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झुंझुनूं। जिले के गुड़ा गांव में बुधवार की शाम एक ऐसी खामोशी उतरी, जिसने पूरे गांव को झकझोर दिया। जिन गलियों में सुबह बारात के स्वागत की तैयारी होनी थी, वहां शाम होते-होते सन्नाटा पसर गया। घरों की देहरी पर सजने वाली रंगोली की जगह अब चीख-पुकार और सिसकियां थीं। क्योंकि जिस दुल्हन को ढोल-नगाड़ों के साथ गांव आना था, उसकी अर्थी गांव पहुंची और दूल्हा अस्पताल के बिस्तर पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
एमपी गई थी बारात
गांव के विक्रम मीणा की बारात मध्यप्रदेश के मंजोली गई थी। दुल्हन भारती ने मंगलसूत्र पहनकर सात फेरे लिए थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लौटते वक्त भोर के सन्नाटे में एक भीषण हादसा उनकी खुशियों को लील गया।
जमवारामगढ़ के पास हादसा
बारात जब वापस अपने गांव लौट रही थी। इसी दौरान जमवारामगढ़ के पास कंटेनर और सवारी गाड़ी की आमने-सामने भिड़ंत हुई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। हादसे में दुल्हन भारती सहित पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सवारी गाड़ी में सवार अन्य आठ लोग गंभीर घायल हो गए, जिनमें दूल्हा विक्रम भी शामिल है।
मामा-मामी ने की थी शादी
दुल्हन भारती के माता-पिता नहीं हैं। उसके मामा-मामी ने मां-बाप की कमी पूरी करने की भरसक कोशिश की थी। सात फेरे लेने के बाद उन्होंने भारती को खुशी-खुशी विदा किया, लेकिन यह विदाई हमेशा के लिए हो गई।
दूल्हे के रिश्तेदार की मौत
हादसे में विक्रम के जीजा सुभाष मीणा, रिश्तेदार रवि मीणा, दोस्त जीतू कुमावत व विक्रम के ताऊ श्रवण कुमार पौंख निवासी की मौके पर ही मौत हो गई। श्रवण को ही बारात में मुखिया बनाकर ले गए थे।


