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उदयपुर-उदयपुर नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक (हेल्थ इंस्पेक्टर) और जमादार को एसीबी ने रिश्वत लेते पकड़ा है। एसीबी की स्पेशल यूनिट उदयपुर ने 8 हजार की रिश्वत लेकर मनचाही जगह डयूटी लगानी के मामले में कार्रवाई कर दोनों को गिरफ्तार किया है। जिस सफाईकर्मी से 10 हजार रुपए महीने की रिश्वत मांग रहे थे, उसकी सैलरी ही करीब 16 हजार रुपए थी। मामला 8 हजार रुपए पर बैठा और एसीबी ने दोनों को पकड़ लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) उदयपुर की स्पेशल यूनिट ने आज शाम को उदयपुर के गोवर्धन विलास मुख्य रोड पर स्थित सेक्टर कार्यालय में कार्रवाई करते हुए नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक और जमादार को रिश्वत लेते पकड़ा है। ये रिश्वत सफाईकर्मी से ही काम के बदले में मांगी थी।
उदयपुर की स्पेशल यूनिट के एएसपी राजीव जोशी के निर्देशन में यह कार्रवाई नगर निगम के गोवर्धन विलास स्थित सामुदायिक केंद्र में की गई। जोशी ने बताया कि नगर निगम उदयपुर का स्वास्थ्य निरीक्षक कमलेश चनाल और जमादार अनिल को 8000 रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया है।
जोशी ने बताया कि यूनिट को 1 अप्रेल 2025 को नगर निगम उदयपुर के एक सफाईकर्मी ने शिकायत दी कि वर्ष 2024 में जून महीने में परिवादी का एक्सीटेन्ड हो जाने से हाथ में चोट लग जाने से फावड़े से नाली सफाई का काम करने में परेशानी होने से सहुलियत वाले काम के लिये जमादार अनिल से बात की।
इस मामले में जमादार अनिल ने परिवादी को स्वास्थ्य प्रभारी कमलेश से मिलवाया। कमलेश के पास स्वास्थ्य निरीक्षक का भी दायित्व है। कमलेश ने परिवादी को दो महीने तक फावड़े से नाली सफाई के काम पर नहीं लगा कर परिवादी को निगरानी के काम पर लगा कर सहूलियत देने की बात कहते हुए कहा कि इसके एवज में परिवादी से प्रत्येक महीने के 10,000 रुपए के हिसाब से कुल 2 महीने के 20,000 रुपए की मांग कर परेशान करना शुरू कर दिया।
एसीबी उदयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में स्पेशल यूनिट उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव जोशी के नेतृत्व में आज कार्रवाई की। द इसमें पुलिस निरीक्षक लक्ष्मण लाल डांगी व अन्य के द्वारा ट्रेप कार्रवाई करते हुये आरोपी कमलेश चनाल को परिवादी से 8000 रुपए रिश्वत राशि लेते हुये रंगे हाथों एवं परिवादी को रिश्वत राशि देने के लिए दुष्प्रेरित करने वाले आरोपी जमादार अनिल को गिरफ्तार किया गया है।
जोशी ने बताया कि परिवादी ने बताया कि उसकी तनख्वाह ही करीब 16 हजार रुपए है और उसमें से वह महीने के 10 हजार रुपए रिश्वत के दे देगा तो घर कैसे चलाएगा। परिवादी ने स्वास्थ्य निरीक्षक और जमादार को पीड़ा बताई तब जाकर तय हुआ कि 8 हजार रुपए पर वे राजी हो गए।


