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खीमाराम मेवाडा
संगठन में बड़ी शक्ति होती है संगठित परिवार, समाज और संस्था कभी असफल नहीं होते , डाबी
तखतगढ 4 मई;(खीमाराम मेवाडा) भारतीय मजदूर संघ की तीन दिवसीय प्रदेश कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्री सी वी राजेश ने कहा कि आज लेबर ट्रेड कोड को लेकर एक लम्बा संघर्ष भामस ने किया है। आज हमें यह समझना पड़ेगा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र को मिलाकर देश में लगभग 50 से 52 करोड़ श्रमिक वर्ग है। इसमें एक बहुत बड़ा वर्ग जो कि लगभग 90 फीसदी है। वह असंगठित क्षेत्र में काम करती है। इन चार श्रम संहिताओं के द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है। कि सभी श्रमिकों को श्रम कानूनों का लाभ मिलेगा अब संगठित व असंगठित क्षेत्र के सभी श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी मिलेगी तथा असंगठित क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को भी सामाजिक सुरक्षाएं मिल पाएगी।
द्वितीय राष्ट्रीय श्रम आयोग ने जून 2002 में रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें यह सिफारिश की थी कि भारत में बहुत श्रम कानून हैं। और यह कहा कि संघीय क्षेत्र में विभिन्न कानूनों को समावेश करके 4 या 5 कोडस में बदल दिया जाए। इस पर चर्चा तो शुरू हुई लेकिन 2004 से 2014 तक इस पर कोई खास पहल नहीं हुई लेकिन भारतीय मजदूर संघ ने व्यापक संघर्ष और आंदोलन के बल पर भारत सरकार को यह चार ट्रेड कोड बिल संसद के पटल के लाने हेतु मजबूर किया और अंत में यह श्रम अधिनियम पास हो गया । इस तरह से हम सभी के अथक प्रयासों से यह अधिनियम बन पाया है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह डाबी ने कहा कि संगठन में बड़ी शक्ति होती है। संगठित परिवार, समाज और संस्था कभी असफल नहीं होते हैं। आपसी आत्मीयता, प्रेम, स्नेह, वात्सल्य और एक-दूसरे को सहयोग की भावना से समाज उन्नति कर सकता है। समाज के बड़े, छोटों के प्रति स्नेह और सहयोग का भाव रखें तो समाज के कार्य अपने आप चलते जाते है। यह मूलमंत्र पूज्य दत्तोपंत जी ने दिया था। मै आप सभी कार्यकर्ता बंधुओं को संगठित होकर समाज के लिए कार्य करने कई प्रयत्नशील रहेंगे । कार्यक्रम का समापन प्रदेश महामंत्री हरिमोहन शर्मा जी ने कहा श्रमिक गीत के साथ राष्ट्रगीत करवाया तत्पश्चात सभी का आभार ज्ञापित करते हुए समापन की घोषणा किए । कार्यक्रम को सफल क्रियान्वन में सुमित अग्रवाल गुलाब परमार अरुण देवड़ा , प्रदेश प्रभारी प्रमोद गिरी, किशनलाल देवड़ा हिमांशु परिहार किशोर दमामी , पुनाराम वश्नोई नरेश कुमावत ,यशपाल माली लक्षमण कुमार रविन्द्र कुमार विशाल बोराणा कृष्णपाल सिंह श्रवण कुमावत महेंद्र सिंह आसोप भगवत सिंह पदमाराम दिनेश सुथार दिनेश माधव मोहनलाल , नितिन सुथार गोविंद कुमावत अजय रावल पूर्व अध्यक्ष महिपल सिंह राजपुरहित महेश गजेंद्र सिंह राजगुरु ने अपनी भागीदारी निभाई
