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जालोर-जालोर में सायला-बाड़मेर स्टेट हाईवे पर स्थित राणा वाराह दहिया सर्कल पर रविवार को दहियावटी के संस्थापक व जालोर शासक राणा वाराह दहिया की 830वीं जयंती मनाई गई। राणा वाराह दहिया सर्कल पर रविवार को राणा वाराह दहिया की घोड़े पर विराजित मूर्ति को माला पहनाई गई, दीप जलाया गया और जयघोष किया गया।
उल्लेखनीय हैं कि रियासत काल में राणा वाराह दहिया का जालोर रियासत पर शासन था। वर्तमान में जालोर के 64 गावों का क्षेत्र आज भी दहियावटी क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। राणा वाराह दहिया महान पराक्रमी शासक हुए हैं। इन्हीं के वंशज दहिया राजपूतों ने आज उनकी 830वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर दहियावटी के सैकड़ों दहिया सरदार मौजूद थे।
हाथी पर बैठ कर राणा वाराह दहिया की तस्वीर पर पहनाई माला
राणा वाराह दहिया सर्कल पर दहिया समाज के लोगों ने हाथी पर बैठकर जालोर शासक राणा वाराह दहिया की मूर्ति पर ढोल धमाकों के साथ माला पहनाई। इस कार्यक्रम में दहिया समाज सहित बड़ी संख्या में अन्य समाजों के लोग मौजूद रहे।
राणा वाराह दहिया ने जालोर पर किया था 520 साल तक शासक
दहियावटी के महान शासक व जालोर रियासत पर राणा वाराह दहिया व उनके वंशजों ने 520 साल तक शासक किया था, शासन की वजह से जालोर जिले का 64 गावों का क्षेत्र आज भी दहियावटी क्षेत्र कहलाता है।


