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जुड़वा भाई प्रधानाचार्य ने विद्यालय विकास के रचें इतिहास,बारसा व बिठौड़ा कलां में दोनों भाईयों ने किया था 24 जनवरी को कार्यग्रहण,दोनों भाइयों की रुचि से जुड़े लाखों रुपए के भामाशाह,28 साल बाद मिला बिठौड़ा कलां के खेल मैदान को नया जीवनदान
जगदीशसिंह सिसोदिया नारलाई
मारवाड़ जंक्शन। ईश्वर का करिश्मा भी कुछ अजीबोगरीब है। कभी-कभी कुछ ऐसा भी देखने को मिल जाता है कि जहां भी जुड़वा भाई भाई बहन जन्म लेते हैं उनके विचार कुछ अलग ही होते हैं और कुछ एक जैसे विचारों वाले होते हैं , ऐसा ही मारवाड़ क्षेत्र के मीणा परिवार में जन्मे पिता चिमनसिंह एवं माता श्रीमती कृष्णा देवी मीणा के जुड़वा बेटे देवेंद्रसिंह एवं दिनेशसिंह मीणा एक जैसे विचारों व संस्कारों के प्रतिभाओं के धनी हैं। दोनों भाई ने बीए ऑनर्स (इतिहास) और राजनीति विज्ञान व इतिहास में
एम ए ,बीएड का पर प्रशिक्षण कार्य एक साथ ही किया हैं । एक ही कॉलेज में ट्रेनिंग लिए ली हैं । बीए ऑनर्स में दोनों के सर्वयोग प्राप्तांक अंक भी एक जैसे ही 601 ही है। दोनों भाईयों ने सर्वप्रथम नागौर जिले में एक साथ नौकरी की हैं । वर्तमान में पाली जिले के बारसा ग्राम मे देवेंद्रसिंह मीणा एवं बिठौड़ा कला ग्राम में दिनेशसिंह मीणा प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। दोनों भाई यह बताते हैं कि हम दोनों भाई दादा ठेकेदार ग्यारसाराम एवं दादी गंगा देवी (आई मां ) एवं माता-पिता के संस्कारों से शुरू से ही सकारात्मक और रचनात्मक सेवाओं से जुड़े हुए हैं।
बारसा प्रधानाचार्य ने रचे यह इतिहास
देवेंद्रसिंह मीणा द्वारा प्रधानाचार्य पद पर 24 जनवरी को कार्यग्रहण करने के बाद भामाशाहों द्वारा निर्मित कक्षा कक्षों का लोकार्पण मारवाड़ विधायक केसाराम चौधरी द्वारा करवाना,विद्यालय के सभी कक्षों में पारसमल बरलोटा की तरफ से ढाई लाख का इनवर्टर, के के सेठ द्वारा विद्यालय को रेलगाड़ी का रूप देकर विद्यालय में रंग रोगन, पारसमल बरलोटा द्वारा शिक्षा विभाग द्वारा निर्मित सभी कक्षाओं की छतों पर 25 साल की गारंटी वाली वर्षा शीट , विद्यालय में बिजली पावर कम आने पर ट्रांसफार्मर लगवाना , बालक बालिकाओं को ऐतिहासिक शैक्षिक भ्रमण करवाना, कक्षा 1 से 8 की बालिकाओं को चरण पादुका पहनाना, सभी शिक्षकों का ड्रेस कोड, विद्यार्थियों का परिचय पत्र, क्रांतिकारी वीरों के प्रेरणादायक चित्र स्थापित करवाना, भामाशाह से फ्रीज उपलब्ध करवाना, सभी कमरों में रोशनी व पंखों की व्यवस्था, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं के मोबाईल पर प्रतिबंध, भामाशाह द्वारा शौचालय सफाई के लिए प्रतिमाह ₹3000 वेतन से सफाई कर्मचारी की नियुक्ति, वर्षों से लंबित भंडार का निस्तारण , वाहन पार्किंग शैड की घोषणा, ग्राम पंचायत द्वारा वाटर कूलर व आरोह, शैक्षिक गुणात्मक सुधार के लिए के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन, बालिकाओं के लिए रिबन व्यवस्था, भामाशाहों से बालिकाओं का शौचालय निर्माण
इत्यादि कार्य
बिठौड़ा कलां प्रधानाचार्य ने रचे यह इतिहास
प्रधानाचार्य दिनेशसिंह मीणा द्वारा 24 जनवरी 2025 को कार्यग्रहण के बाद 28 वर्ष से वीरान पड़े खेल मैदान में भामाशाहों के माध्यम से 2000 से अधिक मिट्टी की ट्रॉली डलवाकर मैदान को तैयार किया। इस मैदान में सबसे अधिक सहयोग सीरवी समाज नवयुवक मंडल का रहा । अन्य भामाशाहों ने भी इस कार्य में अहम भूमिका निभाई। अब इस मैदान में राष्ट्रीय स्तर व अन्य कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सकेंगे। प्रधानाचार्य दिनेशसिंह मीणा की व्यक्तिगत रुचि से यह प्रयास रंग लाएं। सीनियर व। प्राथमिक विद्यालय एवं खेल मैदान की चाहर दिवारी कार्य, ट्यूबवेल का नल कनेक्शन प्राथमिक व सीनियर विद्यालय में, विद्यालय एवं मैदान के विशालकाय मुख्य द्वार का निर्माण, मुख्य द्वार का गेट, विद्यालय में सरस्वती माता का मंदिर, प्रार्थना मंच का विस्तार व टीनशैड, वाटर कूलर मशीन, कक्षों में अलमारी, इनवर्टर, सभी कक्षा कक्ष में रोशनी के लिए तीन ट्यूबलाइट शिक्षण के लिए लगवाना ,55 कुर्सियां, सीनियर विद्यालय व भगवानपुरा में सीसीटीवी कैमरे, वृक्षारोपण के तहत पौधों का पौधारोपण व ट्री गार्ड, स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस के ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन इत्यादि। दिनेशसिंह मीणा की कार्यशैली को देखते हुए संपूर्ण गांव में भुरी भुरी प्रशंसा की जा रही हैं । बोराराम चौधरी ने तो सराहनीय कार्य देखते हुए प्रधानाचार्य को सैल्यूट भी किया।
बिठौड़ा के इन भामाशाहों का रहा सहयोग
बाबूलाल अन्नराज नाहर, बुधाराम जीवाराम वैरावाड़ी सीरवी, रतनलाल दुलीचंद सोनी,
चौधरी नवयुवक मंडल बिठौड़ा कलां , बोराराम चौधरी, कुंदन सिंह जोधा के सुपुत्र व प्रेरणापुंज विक्रमसिंह जोधा व महेंद्रसिंह जोधा
विद्यालय परिवार के प्रेरणापुंज
प्रधानाचार्य दिनेशसिंह मीणा ने बताया कि बिठौड़ा कलां के प्रबुद्धजन , भामाशाहों के अलावा विद्यालय परिवार के
व्याख्याता विमला मीणा, जितेंद्र सिंह, अमराराम, वरिष्ठ अध्यापक पप्पी कुमारी, नरेश मोबारसा, संतरा मीना, प्रियंका शर्मा, चंपालाल भाटी ,देवीसिंह राठौड़ पीटीआई, धीरेंद्र सिंह ,जोधाराम सुमनलता देवड़ा, गोपाल तंवर, मीठालाल सैन, रामेश्वर शर्मा, सुमेर देवासी, आमिर खान, पंचायत शिक्षक मुकेश सिंह, हरिदास मीणा, नीलम परमार, मंत्रालयिक कर्मचारी आशा राठौड़, कंप्यूटर अनुदेशक नवनीत सिंह का भी प्रेरणापुंज के रूप में सहयोग रहा।
फोटो संलग्न