
PALI SUROHI ONLINE
जयपुर-मनरेगा के कार्यों में श्रमिकों की फर्जी हाजिरी के मामले में मंगलवार को जयपुर में ईजीएस कमिश्नर पुष्पा सत्यानी ने विशेष टीम गठित कर ऑनलाइन मस्टररोलों में शामिल और अपलोड फोटो की जांच करने के निर्देश दिए। वहीं, दो वीडीओ व सिंचाई विभाग के एईएन को कारण बताओ नोटिस जारी किए और एक मेट को ब्लैकलिस्ट कर दिया।
उल्लेखनीय है कि मनरेगा में गड़बड़ी को लेकर 15 अप्रेल 2025 को राजस्थान पत्रिका के अंक में पुरुष को पहनाई साड़ी, बच्चे को बनाया श्रमिक और भेज दी फोटो शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद प्रतापगढ़ के धामोतर ब्लॉक विकास अधिकारी सत्यप्रकाश विजयवर्गीय ने मौका निरीक्षण किया तो श्रमिक नहीं मिले, लेकिन एनएमएमएस के जरिए उपस्थिति दर्ज थी। इस पर मेट सूरजकुमार को ब्लैकलिस्ट कर दिया।
वहीं, वीडीओ हरीश त्रिवेदी को नोटिस जारी किया। जिला परिषद के एसीईओ ने ग्यासपुर पंचायत में अनियमितताएं मिलने पर सिंचाई विभाग के एईएन निखिल कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इधर, आमेर पंचायत समिति की एईएन मोहित वर्मा ने अखैपुरा के वीडीओ राकेश मीणा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मनरेगा में गड़बड़ी के मामले…
केस 1: एनएमएमएस पर भीलवाड़ा के आसींद ब्लॉक की ग्राम पंचायत बोरेला में 8 अप्रेल को राउमावि बोरेला में पौधरोपण में 4 में से 3 श्रमिक उपस्थित दिखाए, जबकि अपलोड फोटो में दो महिला श्रमिक हैं। फोटो भी एक ही बार अपलोड की गई।
केस 2: एनएमएमएस पर अजमेर ग्रामीण ब्लॉक के दौराई पंचायत में 8 अप्रेल को चल रहे मनरेगा कार्य में दस श्रमिकों के आने की फोटो अपलोड की गई, लेकिन जाने की फोटो अपलोड नहीं की गई। दस श्रमिकों को उपस्थित दर्शाया है, फोटो में सिर्फ नौ हैं।
केस 3: एनएमएमएस पर प्रतापगढ़ जिले के धामोतर ब्लॉक में 7 अप्रेल को एक स्थान पर चल रहे कार्य में पुरुष को ही साड़ी पहनाकर महिला श्रमिक बता दिया एवं छोटी सादड़ी ब्लॉक में श्रमिकों के साथ एक बच्चे का फोटो अपलोड कर रखा है


