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जयपुर। राजस्थान इंटेलिजेंस की गिरफ्त में आया जासूस पठान खान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के सीधे संपर्क में था। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी किसी पाकिस्तानी महिला एजेंट के हनीट्रैप में नहीं फंसा था, बल्कि वर्ष 2013 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान सीधे आइएसआइ अधिकारियों के संपर्क में आया था।
बदले में मिलती थी बड़ी रकम
आइएसआइ अधिकारियों के कहने पर उसने पाकिस्तानी में जासूसी करने के लिए प्रशिक्षण लिया। इसके बाद वह जैसलमेर क्षेत्र से भारतीय सेना और सामरिक महत्व की जानकारियां पाकिस्तान भेजने लगा। इसके बदले में उसे बड़ी रकम दी जाती थी। इंटेलिजेंस अधिकारियों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद पठान खान का आइएसआइ से संपर्क और गहरा हो गया।
न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया
वह लगातार संवेदनशील सूचनाएं भेजने लगा, जिस पर एजेंसियों की नजर पड़ी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। छह दिन की रिमांड पूरी होने के बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इंटेलिजेंस टीम ने जैसलमेर में मौके की तस्दीक भी करवाई है।


