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सिरोही-सिरोही निकटवर्ती चोटिला की सुकड़ी नदी के तट स्थित मीणा समाज के कुल देवता गौतम ऋषि महादेव का लक्की मेला 13 अप्रैल से शुरू होगा। तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन 14 अप्रैल को अल सुबह गंगा मैय्या का अवतरण होगा। मीणा समाज के लोग विधि विधान के साथ पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन करेंगे। 15 अप्रैल को अगले बरस फिर मिलने के वादे के साथ मेले का विसर्जन होगा।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष रताराम उर्फ रतन लाल मीणा आमलिया की अध्यक्षता में रविवार को बैठक हुई। मेले की तैयारियों को लेकर गौतम ऋषि मंदिर में ट्रस्ट के बैठक में मेले की विविध तैयारियों को लेकर चर्चा की। समाजबंधुओं की मौजूदगी पंडित ने 14 अप्रैल को अलसुबह गंगा मैय्या के अवतरित होने का शुभ मुहूर्त निकाला।
गंगा अवतरण 14 अप्रैल को अलसुबह 4.55 से 6.10 बजे तक रहेगा। बैठक में मीणा समाज 11 परगना सिरोही, जालोर व पाली के पंच-पटेल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। मंदिर को रंग रोगन कर आकर्षक ढंग से सजाया। मेला स्थल पर मेले को लेकर गौतम ऋषि ट्रस्ट मीणा समाज की ओर से जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। मेले में सिरोही, पाली व जालोर जिलों सहित पड़ोसी राज्यों से मीणा समाज के लाखों दर्शनार्थी शिरकत करेंगे।
वर्षों पुरानी परंपरा का हो रहा निर्वहन: मीणा समाज का मेला सांस्कृतिक और सामाजिक वार्षिक उत्सव की तरह होता है। मेले में वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए मीणा समाज के लोग अपनी एताइयों (अस्थाई बसेरों) में रिश्तेदारों, मित्रों तथा विशेषकर जवाइयों की मेहमान नवाजी करते हैं। उनके स्वागत एवं सम्मान में महिलाएं व युवतियां लोकगीत गाती हैं। मीणा समाज के लोग जवान लड़के-लड़कियों के शादी के रिश्ते तय करते हैं। एताइयों पर रिश्तेदारों, जवाइयों व मित्रों को भोजन, मिष्ठान व सुरमा की मनुहार की जाती है।


