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एन एच 325 हाईवे के तखतगढ मुख्य चौराहे की रोड लाइटे लंबे समय से बंद हालत मे बन रही कबाड़ तो कई जगह आज दिन तक नही जली रोड लाइटे
रखरखाव के अभाव में वाहन चालकों को नहीं मिल रही सुविधा, सड़क मांग रही मेंटेनेंस कहां गए जिम्मेदार
रात्रि के अंधेरे में बेकसूर लोग हो रहे हादसों के शिकार
तखतगढ 19 माचॅ ;(खीमाराम मेवाडा) तखतगढ़ नगर पालिका से गुजरा सांडेराव से पचपदरा राष्ट्रीय राजमार्ग 325 के सेफ्टी अधिकारियों की घोर लापरवाही या फिर अनदेखी के कारण पिछले लंबे समय से एनएच 325 के तखतगढ़ मुख्य चौराहे की केबल फॉल्ट होने से सभी रोड लाइट बंद हालत में मात्र एक खिलौना बनकर कबाड़ बनती जा रही है। और कई जगह पर तो आज दिन तक रोड लाइटे नही जली साथ ही और मुख्य चौराहे की मात्रा इक्का दुक्का लाइटे हैं। वह दिन में भी चमक रही है। जबकी शाम ढलते ही मुख्य चौराहे से फालना रोड की लाइटे और मुख्य चौराहे से जालौर रोड की तरफ बीपी पेट्रोल पंप से पावटा सर्कल तक आधे से ऊपर अभी भी बंद है। वही पाली- जालौर सीमा पर बने ट्रक ले पर तो आज दिन तक रोड लाइटे नहीं जली एसे मे रात्रि के समय में आवागमन करने वाले वाहन चालकों एवं राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। और इसी हाईवे के निर्माण के बाद अब तक मुख्य चौराहे से लेकर जिले की सीमा तक कई लोगों की जान भी जा चुकी है। आखिर किसकी जिम्मेदारी है। जहा हर रोज एमएलए, एमपी, मंत्रियों से लेकर संबंधित अधिकारियों की गाडियां सरपट दौड़ती जा रही है। लेकिन रोड लाइटों की तरफ कोई सुघ लेने को तैयार नहीं दिख रहे। और शाम ढलते ही नेशनल हाईवे पर अंधेर नगरी चौपट राजा सा नजारा बनने से आए दिन कहीं ना कहीं बेकसूर लोग हादसो के शिकार होते जा रहे हैं। और कई मर्तबा रात्रि के समय विचरण करते बेसहारा पशुओं की चपेट मे आने से चोटिल होते हैं या फिर मौत होती जा रही है।

‐- यहां आज दिन तक नहीं जली लाइटे ना ही कोई सुविधा, नेशनल हाईवे 325 निर्माण के दौरान पाली जालौर की सीमा पर बने ट्रक ले पर दोनों साइडों पर लगाई गई रोड लाइटे रखरखाव के अभाव में आज दिन तक नहीं जली जहा दोनों साइड में बनाए गए सुविधा केंद्र पर भी राहगीरों के लिए कोई सुविधा नहीं है। तीन सुविधा केंद्र पर लगी पानी की टंकियां और दरवाजे भी गायब और अंदर भी गंदगी का आलम बना हुआ है।
— जगह-जगह हाईवे के बीच आई दरारें मांग रही मेंटेनेंस, इसी नेशनल हाईवे 325 को निर्माण के 5 वर्ष से अधिक समय गुजारने के बाद अब जगह-जगह सीमेंटेड सड़क के बीच दरारें आने से मेंटेनेंस मांग रही है। डिवाइड रो के दोनों तरफ लगी लोहे की जालियां को जंग खा रहा है। हाईवे के दोनों सीटों पर पनपत्ती कंटीली झाड़ियां साफ सफाई के अभाव में हादसा को न्योता दे रही है।
— जुलाई 24 में टेंडर हुआ समाप्त, जानकारी के अनुसार बताया गया कि वर्ष 2018 में सांडेराव से पचपदरा नेशनल हाईवे 325 का सीमेंटेड निर्माण के बाद इसी राष्ट्रीय राजमार्ग का रखरखाव के लिए जो टेंडर जारी हुआ था। जो जुलाई 2024 में समाप्त हो चुका है। लेकिन उसके बाद अभी तक कोई टेंडर जारी नहीं होने से जगह-जगह विद्युत लाइन की केबल में फाल्ट होने से लाइटे लंबे समय में बंद हालत मे कबाड बन रही है।
— इनका कहना है, एन एच 325 के उममेदपुर बस स्टैंड पर डिवाइडर के बीच की रोड लाइट अधिकतर समय बांद ही रहती है। और पाली जालौर सीमा पर बने ट्रक ले तो हाईवे निर्माण के बाद आज दिन तक रोड लाइटे नहीं जली।जहा बने सुविधा केंद्र में भी गंदगी का आलम बना हुआ है। लेकिन विभागीय अधिकारी भी कोई ध्यान नहीं दे रहे।
— विक्रम सिंह बालोत- पचानवा
— क्या कहते हैं जिम्मेदार, एन एच 325 के रखरखाव हेतू नए टेंडर हो चुके हैं। टेंडर बाड़मेर के तनसिंह चौहान के नाम जारी हो चुका है। जो अगले महीने से कार्य शुरू कर देगा।
— राहुल पवार , एक्स ई एन- नेशनल अथॉरिटी सार्वजनिक निर्माण विभाग पाली
- क्या कहते हैं जिम्मेदार, मेरे पास एन एच 325 की कोई जिम्मेदारी नहीं है इसके लिए आपको एक्स ई एन पाली से बात करनी होगी।
- इंद्रप्रकाश चौधरी, एक्स ई एन सार्वजनिक निर्माण विभाग बाड़मेर


