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सिरोही-सिरोही में गंगा वेरी के पास मढ़ी रपट पर सोमवार को पानी के तेज बहाव में तहसीलदार की गाड़ी अचानक फिसलकर नीचे उतर गई। कार में तहसीलदार के साथ ग्राम सेवक और अन्य अधिकारी भी सवार थे। घटना के दौरान कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसके बाद सभी अधिकारी और स्टाफ सुरक्षित बाहर निकल आए।
प्रशासनिक टीम कलदरी गांव में रविवार को समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण आदिवासी समाज के एक युवक की मौत होने के बाद दिए जा रहे धरना स्थल पर जा रही थी।
शिवगंज तहसील के कलदरी गांव में रविवार को कलाराम (45) की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। बरसाती नाले में पानी भर जाने से मरीज को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। इससे उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने प्रशासन और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। एसडीएम को भी जानकारी दी गई, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। ग्रामीण रात भर धरने पर बैठे रहे।
सोमवार सुबह तहसीलदार मौके पर जा रहे थे। गंगा वेरी के पास मढ़ी रपट पर पानी के तेज बहाव में तहसीलदार की गाड़ी अचानक फिसलकर नीचे उतर गई। कार में तहसीलदार के साथ ग्राम सेवक और अन्य अधिकारी भी सवार थे। घटना के दौरान कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसके बाद सभी अधिकारी और स्टाफ सुरक्षित बाहर निकल आए।
ग्रामीण ने मांगा मुआवजा, पुलिया बनाने की मांग
ग्रामीणों ने 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है। साथ ही नाले पर पुलिया बनाने और सड़क का डामरीकरण करने की मांग कर रहे हैं। वन कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की जा रही है। मांगें नहीं माने जाने पर ग्रामीण नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय की ओर रवाना हो गए।
सरपंच प्रतिनिधि थानाराम गरासिया और पूर्व पंचायत समिति सदस्य मंगल कुमार मीणा समेत कई लोग मौके पर मौजूद रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नाले से गुजरने में काफी खतरा रहता है। फिसलन की वजह से अक्सर वाहन बह जाते हैं।