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खीमाराम मेवाडा
जवाई के हितेषी सेई बांध के गेज मे आई कमी मात्र 3 मीटर बचा पानी जवाई बांध और सेई बांध कैचमेंट एरिया में बरसात की भारी कमी मात्र बूंदा बूंदी हो रही बरसात
तखतगढ 14 जुलाई ;(खीमाराम मेवाडा) प्रदेश में मानसून सक्रिय पाली में बाढ़ के हालात लेकिन जिले के अंतिम शोर
जवाई बांध और सेई बांध कैचमेंट एरिया अरावली रेंज में बरसात की भारी कमी होने से मात्र बूंदा बूंदी की हो रही बरसात के कारण अब पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जल स्रोत जवाई बांध का साथ निभाने वाले हितेषी सेई बांध के गेज मे भी कमी आने लगी है। जिस मे सेई बांध मे सावन के पहले सोमवार को मात्र 3 मीटर बचा पानी है। वही पानी कछुआ चाल से टनल के जरिए जवाई बांध तक पहुंच रहा है। जो न के बराबर है। जबकि बीती रात्रि से लेकर अब तक जिले भर में मानसून की अच्छी बारिश से पाली में बाढ़ के हालात बन चुके हैं। पिछले 24 घंटे में जवाई बांध, सुमेरपुर, तखतगढ़ में 13 एमएम बरसात दर्ज हुई। सोमवार सुबह 8:00 बजे जवाई बांध का गेज 21,55 फीट के साथ 1317.55 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है। क्षेत्र में अब तक कुल 200 एमएम बरसात ही दर्ज हुई है।
जल संसाधन विभाग जवाई नहर खंड सुमेरपुर के सहायक अभियंता अक्षय कुमावत एवं कनिष्ठ अभियंता अशोक पूनिया ने बताया कि 5-6 जुलाई को सिरोही और उदयपुर जिले की सीमान्त की अरावली रेंज में अच्छी बारिश के कारण सेई बांध में पानी की आवक को देखते हुए तथा सेई टनल के आउटलेट से जवाई बांध तक की नदी के पूर्ण सैचुरेशन को देखते हुए जल संसाधन विभाग सुमेरपुर एवं पिंडवाड़ा के अधिकारियों की मौजूदगी में 7 जुलाई 2025 को सेई बांध टनल के गेट शाम को 4:15 बजे खोले गए ! टनल के गेट खोल कर सेई बांध का पानी वाया भीमाना, नाना एवं बेडा होते हुए नदी के माध्यम से जवाई बांध में अपर्तित किया गया था। दरमियांन सेई बांध का गेज 5.90 मीटर पहुंचा था। गेट खोलने के बाद आठवें दिन सोमवार सुबह 8:00 बजे 61. 25 फीट भराव क्षमता वाले जवाई बांध का गेज 21.55 फिर के साथ 1317.55 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है। लेकिन बरसात की कमी के कारण सोमवार को सेई बांध के गेज घटकर 3 मीटर तक रह गया है।