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झालावाड़-तेज बारिश, उफनती नदियां और हर ओर पानी का कहर… लेकिन इसी बीच एक गर्भवती महिला के लिए उम्मीद की किरण बनी SDRF की टीम, जिसने समय रहते पहुंचकर उसकी जान और उसके अजन्मे बच्चे को सुरक्षित रखा। घटना झालावाड़ जिले की गागरोन ग्राम पंचायत की है, जहां कालीसिंध नदी उफान पर होने से पूरे गांव का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। ऐसे में सलोनी चौहान नाम की गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। रास्ता बंद था, पानी हर तरफ था और एंबुलेंस पहुंच नहीं पा रही थी। इस बीच सलोनी के पति कुलदीप सिंह ने घबराते हुए उपखंड अधिकारी अभिषेक चरण को फोन किया
सूचना मिलते ही SDRF टीम को सक्रिय किया गया और महज 20 मिनट में टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने जोखिम भरे हालातों में सलोनी को नाव से निकाला और पास के रास्ते से होते हुए जनाना अस्पताल झालावाड़ पहुंचाया, जहां अब उसका इलाज चल रहा है और स्थिति स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने बारिश के दौरान प्रशासन की तत्परता और SDRF की मुस्तैदी का उदाहरण पेश किया है। गौरतलब है कि जिले में बीते 48 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे कालीसिंध, आहू और उजाड़ जैसी नदियां उफान पर हैं। खेत जलमग्न हो चुके हैं और कई रास्ते बंद हो गए हैं।
SDRF टीम ने एक और रेस्क्यू में मण्डावर थाना क्षेत्र के गागरोन गांव में फंसी एक अन्य गर्भवती महिला को भी सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया है। बारिश की तबाही के बीच ये घटनाएं साबित करती हैं कि इंसानियत और प्रशासन जब साथ हो, तो हर मुश्किल आसान बन जाती है।


