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तिथि संवत् : भाद्रपद, शुक्ल पक्ष चतुर्थी, बुधवार दोपहरबाद 03:45 तक रहेगी। विक्रम संवत् 2082, शाके 1947, हिजरी 1447, मुस्लिम माह रवि उल अव्वल, तारीख 3, सूर्यदक्षिणायन, शरद् ऋतु, 27 अगस्त। सूर्योदय कालीन नक्षत्र: चित्रा नक्षत्र संपूर्ण दिनरात रहेगा।शुभ योग दोपहर 12:34 तक रहेगा, इसके बाद शुक्ल योग रहेगा। विष्टि करण दोपहर बाद 03:45 तक रहेगा, इसके बाद बव करण रहेगा।ग्रह विचार (प्रातः 05:30): सूर्य-सिंह, चंद्र-कन्या,मंगल-कन्या, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, शुक्र-कर्क, शनि-मीन, यहु-कुंभ, केतु-सिंह राशि में स्थित है।
राहुकाल :दोपहर 12:00 से 01:30 तक रहेगा।
दिशाशूल : उत्तर दिशा: यदि जरूरी हो तो मिश्री या सौंफ खाकर यात्रा कर सकते हैं।
शुभाशुभ ज्ञानम : भद्रा दोपहर बाद 03:45 तक, महागणपति चतुर्थी (स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त), मेला गणेश जी मोतीडूंगरी जयपुर राजस्थान, जैन सम्वत्सरी चतुर्थी पक्ष, गणेश जन्मोत्सव प्रारम्भ महाराष्ट्र, सौभाग्य चतुर्थी बंगाल, महापात प्रातः 07:05 से प्रातः 11:20 तक।
चौघड़िया मुहूर्त : प्रातः 06:08 से 09:18 तक लाभ व
अमृत का, प्रातः 10:53 से दोपहर 12:28 तक शुभ का, दोपहर 03:39 से 05:14 तक चर का, सायं 05:14 से 06:49 तक लाभ का चौघड़िया रहेगा।
आज विशेष : आज गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर मंदिर एवं द्वार पर विराजमान गणपति का अभिषेक (स्नान) कराकर, दूर्वा, मोदक आदि अर्पित करें। फिर नीराजन (आरती) करके उनकी पूजा करें। इस विधि से पूजा करने पर सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं और रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है, क्योंकि गणेश जी विघ्नहर्ता और रिद्धि-सिद्धि के स्वामी हैं। आज शुभयोग में पुष्प का दान करना शुभ फलदायी होता है।