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चित्तौड़गढ़-जमीन की धोखाधड़ी कर रजिस्ट्री करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो महिलाओं सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी ने मिलकर बेंगलुरु के एक व्यक्ति को जमीन की ओरिजिनल मालिक की हमनाम महिला को खाता धारक बनाकर पेश किया। रजिस्ट्री के नाम पर आरोपियों ने पीड़ित से एक करोड़ 49 लाख 10 हजार ऐंठ लिए। पुलिस ने आरोपियों से 19 लाख रुपए बरामद करलिए। बाकी के रुपए आरोपियों ने अपने मकान रिपेयरिंग और उधारी चुकाने में खर्च कर दिए। मामला सदर थाना क्षेत्र का है।
जमीन के नाम गंवा दिए लगभग डेढ़ करोड़ रुपए
एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि कर्नाटक के वसन्त अप्पा ब्लॉक, गंगानगर, बैंगलोर नोर्थ निवासी राधेश्याम पारीक पुत्र रामदयाल ने सदर चित्तौड़गढ़ थाने पर रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया कि बोजूंदा निवासी पूजा पुत्री भंवरलाल गुर्जर बनकर एक महिला, मानसिंह जाट, भालुण्डी, भदेसर निवासी भंवर सिंह रेबारी पुत्र भूरा रेबारी, हापावास, सदर चित्तौडगढ निवासी रतनसिंह रावत पुत्र डालु सिंह रावत ने अपने आप को प्रॉपर्टी का बिजनेस करना बताया। जमीन के असली खाता धारक पूजा गुर्जर को नहीं बुलाकर फर्जी तरीके से एक अन्य महिला को पूजा गुर्जर के नाम से डॉक्यूमेंट्स बनाकर उसको खाता धारक बनाया। जमीन की रजिस्ट्री उसके नाम पर करवा कर कुल मिलाकर एक करोड़ 49 लाख 10 हजार रुपए ऐंठ लिए। थानाधिकारी गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई।
जमीन की मालिक के हमनाम वाली महिला के अकाउंट में रुपए किए ट्रांसफर
जांच करने के दौरान कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और 6 आरोपी पुलिस के पकड़ में आ गए। मामले में पहले मुख्य आरोपी भदेसर निवासी रतन सिंह रावत पकड़ा गया। उसके बाद सभी आरोपियों छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़ निवासी देवीलाल प्रजापत, सेंथी निवासी मदन लाल गुर्जर, शनि महाराज मंदिर के पास, सेंथी निवासी पूजा गुर्जर पत्नी मदन लाल, छोटी सादड़ी हाल जलोदा निवासी गुड़िया बाई मीणा, भंवर लाल रेबारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह जमीन बोजूंदा निवासी पूजा गुर्जर युवती के नाम से है। लेकिन देवीलाल पूजा नाम की एक अन्य हमनाम महिला पूजा गुर्जर को लेकर आया। पीड़ित से जमीन को रजिस्ट्री के बदले डीएलसी के पेटे लिए गए चेक को आरोपी पूजा गुर्जर पत्नी मदन लाल नाम की महिला के खाते में ट्रांसफर करवाए। आरोपियों ने पीड़ित से लगभग डेढ़ करोड़ रुपए हड़पने के बाद सभी में आपस में बांट लिए। पुलिस ने उनके पास से 19 लाख 60 हजार रुपए बरामद कर लिए। कुछ रुपयों से मकान की रिपेयरिंग करवाई गई और कुछ रुपए उधारी में चुका दिए। जानकारी में आया कि रतन सिंह रावत इस पहले भी कई बार फ्रॉड रजिस्ट्री करवा चुका है। पीड़ित ने पहले भी इनसे जमीन खरीदी है। मामले में अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना है।
थानाधिकारी बोले – जांच कर सावधानीपूर्वक लें जमीन
थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे है। लोग जमीनों के मामले में काफी लापरवाही बरत रहे है। उन्होंने कहा फर्जी तरीके से रजिस्ट्री हो रही है। इस मामले ने थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए और पूरी तरह से इस जमीन के बारे में पता करना चाहिए।