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चित्तौड़गढ़-लोन की किस्त राशि चुकाना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। DHFL संस्था से लोन लेने के बाद कंपनी को पिरामल कंपनी ने टेक ओवर किया था। युवक ने गूगल से नंबर निकाल कर लोन की राशि चुकानी चाही। ऐसे में, ठगों ने पीड़ित को बातों में उलझा कर 4 लाख 80 हजार रुपए ठग लिए।
गूगल से निकाला था नंबर
निकुंभ निवासी जय सिंह पुत्र राधेश्याम सिंह ने साइबर थाने में रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने DHFL संस्था से 6 साल पहले लोन लिया था। 6 सालों से वह हर महीने किस्त चुका रहे हैं। इस संस्था को एक पिरामल कंपनी ने टेकओवर कर लिया था। गूगल पर जाकर उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों का नंबर निकाला। 15 जुलाई को जय सिंह ने फोन पर कंपनी के कर्मचारियों से बातचीत की। इस पर कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि लोन राशि हमारे कंपनी में ही जमा होगा। आपका बकाया 9 लाख 76 हजार रुपए है। कंपनी के कर्मचारियों ने पीड़ित को अपनी बातों में फंसा कर कहा कि आपके खाते में राशि जमा करवाओ नहीं तो पेनल्टी लग जाएगी। इस पर पीड़ित ने ऑनलाइन 4 लाख 80 हजार रुपए पिरामल कंपनी में जमा करवा दिए बदले में ठगों ने सील और साइन कर जमा पर्ची भी मोबाइल पर वॉट्सऐप कर दी।
अकाउंट से रुपए कटे तो पता चला फ्रॉड हुआ है
जय सिंह कुछ दिनों बाद जब बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा निकुंभ में राशि काटने और पिरामल कंपनी में राशि जमा होने की जानकारी लेने गए तो बैंक वालों की बात सुनकर सकते में आ गए। उन्होंने जब बैंक वालों को बताया कि उन्होंने पिरामल कंपनी में 4 लाख 80 हजार रुपए जमा कर दिए तो उन्हें पता चला कि ऐसी कोई भी राशि जमा नहीं हुई है। उन्होंने वॉट्सऐप बिल भी दिखाया लेकिन उन्होंने फ्रॉड होने की बात कही।