PALI SIROHI ONLINE
चित्तौड़गढ़-जिले की साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सायबर फ्रॉड करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस फ्रॉड के पीछे पूरा एक गिरोह है, जिसने पीड़ित को डीजी जनरेटर सेट बेचने का लालच देकर साढ़े पांच लाख रुपए ऐंठ लिए।
एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि प्रतापनगर, चित्तौड़गढ़ निवासी अयूब खान पुत्र यूसुफ खान ने 14 मार्च को साइबर थाने पर एक रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया कि ठगों ने फेसबुक पर सस्ते डी. जी. जनरेटर सेट बेचने का विज्ञापन दिया था, जिसपर दिए गए मोबाईल नंबरों पर कॉल किया तो ठगों ने उसको अपनी बातों में फंसाकर अलग-अलग बहानें बनाकर कुल 5 लाख 50 हजार 988 रुपए की साईबर ठगी कर ली। जिस पर साइबर थाने पर आई.टी. एक्ट और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू किया गया।
कोटपुतली से पकड़ा गया आरोपी
मामले में आरोपी का टेक्निकल रूप से पता लगाने के लिए आरोपी के बैंक खातों की डिटेल निकाली गई। ठगों ने अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में रुपयों को जमा करवाया। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत आरोपियों की तलाश शुरू की। तलाश करते करते पुलिस कोटपुतली-बहरोड की तरफ पहुंची। टीम ने मामले के आरोपी कोटपुतली बहरोड जिले के मीणों का मोहल्ला, पालडी, विराटनगर निवासी विनोद कुमार मीणा पुत्र कुम्भाराम को डिटेन किया। चित्तौड़गढ़ लाने के बाद आरोपी से पूछताछ की और उनके द्वारा अपराध स्वीकार करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
नकली अकाउंट खुलवाकर लिए थे रुपए
पूछताछ में आरोपी विनोद मीणा ने बताया कि वो अपने सहयोगी विकास खारवाल के साथ मिलकर बैंक में खाते खोलकर फर्जी विज्ञापन फेसबुक पर दिया था। जिसे देखकर अयूब से 5 लाख 50 हजार 998 रूपयों की ठगी की। फिर अपने बैंक खातें में ट्रांसफर कर दिए। विनोद मीणा की गिरफ्तारी के बाद गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है।