
PALI SIROHI ONLINE
पाली-मातमी पर्व मोहर्रम को लेकर शहर में गुरुवार शाम को मातमी धुन गूंजी। अखाड़े शाम चार बजे मुकाम से बाहर आए। मुस्लिम समाज के लोगों ने सद्दा की रस्म अदा की। हजरत कासिम की याद में मेहंदी निकाली गई। शहर के पीठ की मेहंदी नाडी मोहल्ला से शुरू होकर जूना हवाला, बादशाह का झण्डा, केरिया दरवाजा पीठ के मोहर्रम पहुंची। मुस्लिम महिलाओं ने मेहंदी पर फूल माला व सेहरे चढ़ाए कर मन्नतें मांगी। मेहंदी पर पान, तेल के दीपक, खोपरा, नारियल, मोली, इत्र, मेहंदी पर चढ़ाए। सिरनी के रूप में खीर-चूरमा, छबील बांटा गया।
अखाड़ा शेख चिराग नवलखा रोड से लाइसेंसदार हाजी फकीर मोहम्मद चढ़वा के नेतृत्व में शुरू होकर जंगीवाड़ा पहुंचा। गरीब नवाज कॉलोनी से अखाड़ा मीर अजीम घोसीवाड़ा के लाइसेंसदार के नेतृत्व में शुरू होकर राम-रहीम कॉलोनी की शाखा को साथ केरिया दरवाजा से मीर अजीम नाडी मोहल्ला से मिला। वहां से घोसीवाड़ा होकर जंगीवाड़ा पहुंचा। अखाड़ा शेख चिराग जूनी के युवाओं ने भी करतब दिखाए। चूड़ीघर मुस्लिम समाजबंधुओं की ओर से अखाड़े के उस्तादों, लाइसेंसदारों आदि का माला पहनाकर व साफा बांधकर स्वागत किया गया। पूरे कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल रहे।