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उदयपुर-उदयपुर में डेंगू के बाद रोगी अब मलेरिया की चपेट में आ रहे हैं। यहां डेंगू रोगियों का आंकड़ा 968 पहुंच गया है। दूसरी ओर मलेरिया रोगियों की संख्या भी 205 के करीब पहुंच गई है जो पिछले साल 22 अक्टूबर को 44 थीं। लेकिन, अभी चौकाने वाली बात यह है कि अकेले घाटा पंचायत के देवला ब्लॉक में एक ही दिन में 50 के करीब नए मलेरिया रोगी मिले है।
विभाग ने 9 बच्चों की मौत की पुष्टि की
घाटा और पाटिया इलाके के मेडिकल कैंप में चिकित्सा विभाग के 4 डॉक्टरों के अलावा आरएनटी मेडिकल कॉलेज और फोरेंसिक लैब विशेषज्ञों की मौजूदगी के बीच सैकड़ों लोग जांच के लिए पहुंचे। जहां जांच के बाद चिकित्सा विभाग ने पिछले दिनों में 9 बच्चों के मौत की पुष्टि की है।
स्थानीय ग्रामीणों ने इससे ज्यादा मौतें होने का दावा किया है लेकिन विभाग की रिपोर्ट में फिलहाल 9 मौतों की पुष्टि सामने आई है। हालांकि, विभाग इन मौतों का जिम्मेदार अकेले मलेरिया को मानने को तैयार नहीं है। विभाग का तर्क है कि ये मौतें अलग-अलग समय और जगहों पर हुई हैं। इसलिए ये कहना अभी मुश्किल है कि मौत का कारण मलेरिया या फिर अज्ञात बीमारी है।
मौसमी बीमारियों से 15 से ज्यादा मौतेंः सरपंच घाटा सरपंच निकाराम गरासिया ने बताया कि अलग-अलग गांव-ढांणियों में मौसमी बीमारियों का कहर है। इन बीमारियों से बच्चों सहित बड़ों की पिछले दिनों में 15 से ज्यादा मौत हो चुकी है। चिकित्सा विभाग जल्द नहीं चेता तो मौतों की संख्या बढ़ सकती है। विभाग शिविर लगाए।
9 मौतों की हुई है पुष्टिः संयुक्त निदेशक चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रकाशचंद्र शर्मा ने बताया कि मौसमी बीमारियों को लेकर उदयपुर में विभागीय टीमें काम कर रही हैं। विभाग के अधीनस्थों से मिली जानकारी के अनुसार मौके पर 9 मौतों की पुष्टि हुई है। हालांकि अभी मौतें अलग-अलग जगहों पर और अलग कारणों से हुई। आगे भी मेडिकल टीम से सर्वे करवा रहे हैं।