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उदयपुर/उदयपुर में निजी क्लिनिक पर इंजेक्शन लगाने के आधे घंटे बाद ही 6 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद परिजन भड़क गए और क्लिनिक पर तोड़-फोड़ कर दी। होम्योपैथिक डॉक्टर को घेरकर खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद शव लेकर धरने पर बैठ गए।
घटना मावली उपखंड की बोयणा ग्राम पंचायत में एक निजी क्लिनिक की है। मावली एसडीएम रमेश सिरवी, तहसीलदार कैलाश विश्नोई, थानाधिकारी अशोक कुमार विश्नोई भी मौके पर पहुंचे। करीब दो घंटे विरोध के बाद 13.21 लाख के मुआवजे और कानूनी कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन माने।
इंजेक्शन के बाद बेहोश होकर गिरी
जानकारी अनुसार- 6 साल की बच्ची चंचल गमेती बुखार था। उसके पिता रमेश गमेती नागदा क्लिनिक पर दिखाने लेकर गए। होम्योपैथिक डॉक्टर ने दवा दी और इंजेक्शन लगाकर भेज दिया। वापस लौटते वक्त बच्ची अचानक बेहोश होकर नीचे गिर गई।
पिता उसे वापस क्लिनिक लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर राजेंद्र नागदा ने उसकी सांस बंद होना बताया और इलाज करने से मना कर दिया। इस पर परिजन बुरी तरह से भड़क गए और विरोध पर उतर आए।
12 लाख मुआवजे पर बनी सहमति
बच्ची के परिवार और रिश्तेदार भी क्लिनिक पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित होकर क्लिनिक में तोड़-फोड़ शुरू कर दी। बच्ची का शव लेकर धरने पर बैठ गए। घटना के बाद चिकित्सा प्रभारी हितेश प्रतापसिंह, भाजपा नेता कुलपति सिंह चुंडावत, धूणी माता सरपंच नरेश मेघवाल भी मौके पर पहुंचे। परिजन डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़ गए।
नांदवेल सरपंच पिंटू डांगी ने बताया- विरोध के बाद 13.21 लाख मुआवजे पर सहमति बनी। इसके बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।


