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खीमाराम मेवाडा
थोरे आरतीयो मे रूपीया मेलू चार उतारे वेवोण आरती शालिग्रामजी बारात लेकर पहुंचे ठाकुर जी मंदिर माता तुलसी से सात फेरे लेकर बने हमसफर,सामाजिक रीति रिवाज रस्मों के अनुसार तुलसी शालिग्राम जी विवाह पर महिलाओं ने गए मंगल गीत
तखतगढ 12 नवंबर;(खीमाराम मेवाडा) मंगलवार कार्तिक सुदी ग्यारस को शाम 5 बजे तखतगढ़ कस्बे के जवाहर चौक स्थित श्री चारभुजा ठाकुर जी मंदिर एवं शीतला चौक स्थित श्री तखतबिहारी राज ठाकुर जी दोनों मंदिरों में मंदिरों के ट्रस्ट कमेटी के सानिध्य में मांगलिक कार्यक्रम के अवसर पर तुलसी विवाह को लेकर शालिग्रामजी बारात लेकर पहुंचे और पंडितों के सानिध्य में विधिवत मंत्रोचार से सामाजिक रीति रिवाज एवं रस्मों अनुसार माता तुलसी से सात फेरों के बंधन में हमसफर बने है। इस मौके पर बड़े ही धूमधाम से विवाह उत्सव में पहुंची सैकड़ो महिलाओं ने मंगल गीतों की धूम मचा रखी थी। मंगलवार शाम को टासकावावास निवासी इंद्रमल पुत्र मोहनलाल सुथार के समस्त परिवार सहित संपूर्ण राजस्थानी वेशभूषा में सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार ढोल थाली की झनकारो के साथ नाचते गाते और मंगल गीत गाती महिलाए शालिग्राम जी का श्रृंगार कर थाली में विराजमान कर शालिग्राम जी की बारात लेकर गाजे बाजे के साथ श्री चारभुजा ठाकुर जी मंदिर पहुंचे। जहां मंदिर के मुख्य द्वार पर लाभार्थी परिवार की महिलाओ ने ” थोरे आरतीयो मे रूपीया मेलू चार उतारे वेवोण आरती” जेसे मंगल गीत गाते हुए पंडित निर्मल शास्त्री द्वारा शालिग्राम जी का वदावना कर पंडित के सानिध्य में शालिग्राम जी ने तोरण को वदाया और सीधे शालिग्राम जी सवरी मंडप पहुंचे जहां पंडित द्वारा शालिग्राम जी और माता तुलसी दोनों का हस्त मिलाप कर अग्नि को साक्षी मानते हुए सात फेरे लेकर शालिग्राम जी ने माता तुलसी बाई को हमसफर बनाया।और और महिलाओं ने शालिग्राम जी और माता तुलसी के फेरे के समय मंगल गीत गाए। इसी प्रकार श्री तखतबिहारी राज ठाकुर जी (राधे कृष्ण) मंदिर मैं पंडित कांतिलाल ओझा द्वारा वितिवत मंत्रोनुसार शालिग्रामजी के साथ माता तुलसी विवाह धूमधाम से संपन्न करवाया