PALI SIROHI ONLINE
थोरे आरतीयो मे रूपीया मेलू चार उतारे वेवोण आरती
शालिग्रामजी बारात लेकर पहुंचे ठाकुर जी मंदिर माता तुलसी से सात फेरे लेकर बने हमसफर
सामाजिक रीति रिवाज रस्मों के अनुसार तुलसी शालिग्राम जी विवाह पर महिलाओं ने गए मंगल गीत
तखतगढ 2 नवम्बर (खीमाराम मेवाडा) रविवार को शाम 5 बजे तखतगढ़ कस्बे के जवाहर चौक स्थित श्री चारभुजा ठाकुर जी मंदिर एवं शीतला चौक स्थित श्री तखतबिहारी राज ठाकुर जी दोनों मंदिरों में मंदिरों के ट्रस्ट कमेटी के सानिध्य में मांगलिक कार्यक्रम के अवसर पर तुलसी विवाह को लेकर शालिग्रामजी बारात लेकर पहुंचे और पंडितों के सानिध्य में विधिवत मंत्रोचार से सामाजिक रीति रिवाज एवं रस्मों अनुसार माता तुलसी से सात फेरों के बंधन में हमसफर बने है। इस मौके पर बड़े ही धूमधाम से विवाह उत्सव में पहुंची सैकड़ो महिलाओं ने मंगल गीतों की धूम मचा रखी थी। रविवार शाम को समस्त नगर वासियों द्वारा संपूर्ण राजस्थानी वेशभूषा में सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार ढोल थाली की झनकारो के साथ नाचते गाते और मंगल गीत गाती महिलाए शालिग्राम जी का श्रृंगार कर थाली में विराजमान कर शालिग्राम जी की बारात लेकर गाजे बाजे के साथ श्री चारभुजा ठाकुर जी मंदिर पहुंचे। जहां मंदिर के मुख्य द्वार पर महिलाओ ने थोरे आरतीयो मे रूपीया मेलू चार उतारे वेवोण आरती जेसे मंगल गीत गाते हुए पंडित निर्मल शास्त्री द्वारा शालिग्राम जी का वदावना कर पंडित के सानिध्य में शालिग्राम जी ने तलवार से तोरण को वदाया और सीधे शालिग्राम जी सवरी मंडप पहुंचे जहां पंडित द्वारा शालिग्राम जी और माता तुलसी दोनों का हस्त मिलाप कर अग्नि को साक्षी मानते हुए सात फेरे लेकर शालिग्राम जी ने माता तुलसी बाई को हमसफर बनाया। इस दौरान यजमान खेता लाल पुत्र उम्मेदमल रावल परिवार के सदस्य द्वारा हाथतपणी दिलाई गई। महिलाओं ने शालिग्राम जी और माता तुलसी के फेरे के समय मंगल गीत गाए। इसी प्रकार श्री तखतबिहारी राज ठाकुर जी (राधे कृष्ण) मंदिर मैं पंडित द्वारा वितिवत मंत्रोनुसार शालिग्रामजी के साथ माता तुलसी विवाह धूमधाम से संपन्न करवाया


