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देर शाम 8:00 बजे पांचवीं बार वार्ता रही सफल डॉक्टर की तरफ से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता एवं सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने पर बनी सहमति
महिला की मौत पर परिजनों व समाजबंधुओं ने तखतगढ़ थाने के बाहर विरोध किया प्रदर्शन
डॉक्टर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने एवं पीड़ित को आर्थिक सहायता सहित विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
तखतगढ 3 सितम्बर;(खीमाराम मेवाडा) तखतगढ़ के मेन रोड पर निजी अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत के मामले में बुधवार को परिजनों व समाजबंधुओं ने तखतगढ़ थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मृतका के परिजनों ने जितेन्द्र बबेरवाल नायब तहसीलदार तखतगढ वह थाना अधिकारी प्रवीण आचार्य को सुमेरपुर एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर
तीन प्रमुख मांगें रखीं 1 पीड़ित परिवार को 51 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। 2.चिकित्सक डॉ. विक्रम सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए। 3.जीवनधारा अस्पताल को तुरंत सील किया जाए।
ज्ञापन में बताया गया कि 18 अगस्त को तखतगढ़ निवासी ममता कंवर पत्नी गोविंद सिंह का अस्पताल में डीएनसी उपचार किया गया। आरोप है कि डॉक्टर ने गलत तरीके से नशीला इंजेक्शन लगाया, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ। स्थिति बिगड़ने पर बिना सूचना व उपचार फाइल दिए ही अस्पताल स्टाफ ने महिला को मात्र एक्टिवा पर घर भेज दिया। रात में हालत गंभीर होने पर परिजन उसे सुमेरपुर व आहोर अस्पताल ले गए, जहाँ चिकित्सकों ने बताया कि गर्भाशय का हिस्सा अधिक काट दिया गया था। बाद में जोधपुर अस्पताल में भर्ती कराने पर इलाज के दौरान ममता कंवर की मौत हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉ. विक्रम सिंह की लापरवाही ही महिला की मौत का कारण है। साथ ही उनकी डिग्रियों व चिकित्सकीय उपलब्धियों की जांच कराने की मांग भी उठाई। परिवार का कहना है कि मृतका के छोटे-छोटे बच्चे हैं, ऐसे में 51 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। यदि प्रशासन शीघ्र कार्यवाही नहीं करता तो समाज आंदोलन करने पर विवश होगा और किसी भी अप्रिय स्थिति की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
जबकी तखतगढ़ के जीवनधारा निजी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. विक्रम सिंह ने मृतका ममता कंवर प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने परिजनों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। मामले को लेकर पीड़ित परिवार के साथ समाज बंधु अपनी मांगों को लेकर थाने के बाहर बैठ गए। बीच-बीच में परिवार एवं प्रशासन के बीच तीन बार वार्ता का दौर चला लेकिन असफल रहा। आखिर दोपहर बाद उपखंड मजिस्ट्रेट कालूराम कुम्हार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चैन सिंह महेचा बाली, सीओ व्रत सुमेरपुर जितेंद्र सिंह भी तखतगढ़ पहुंचे। और पीड़ित परिवार के साथ समझाइए प्रयास किया लेकिन वह भी विफल रहा।
निजी अस्पताल डॉक्टर का कहना =डॉ. विक्रम सिंह ने कहा कि “मेरे अस्पताल में महिला जरूरतमंद हालत में आई थी। मैंने उसे प्राथमिक उपचार दिया और स्थिति सामान्य होने पर घर भेजा। मुझ पर लगाए गए लापरवाही व गलत इलाज के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
देर शाम 8:00 बजे पांचवीं बार वार्ता रही सफल
बुधवार को महिला की मौत के बाद सुबह से लेकर दिन भर खाने के बाद प्रदर्शन कर रहे पीड़ित परिवार के साथ समाज बंधुओ की मांग पर आखिर देर शाम 8:00 बजे पांचवीं बार पीड़ित परिवार एवं प्रशासन के बीच हुई समझौता वार्ता सफल राही। उपखंड मजिस्ट्रेट कालूराम कुमार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चैन सिंह महेचा उपाधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि डॉक्टर की तरफ से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता एवं सरकार से मिलने वाली खाद्य सुरक्षा सहित अन्य योजनाओं मैं यदि पत्र है तो आवेदन भरवा कर योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। तब जाकर परिजन और समाज बंधु सहमत हुए। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।


