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खीमाराम मेवाडा
भगवान की कथा सुनते-सुनते और लालसा बढ़ जाए, वही लालसा भक्ति है, कथावाचक,तखतगढ़ में शिव चरित्र कथा का धूमधाम से हुआ शुभारंभ
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हर हर भोले गंगा शिवाय, गंगा धराय शिव गंगा धराय से गूंज उठा पांडाल
तखतगढ 5 अगस्त;(खीमाराम मेवाडा) देवनगरी तखतगढ़ की धन्य धरा पर श्री कुन्देश्वर महादेवजी मन्दिर प्रांगण में
श्रावण मास के उपलक्ष में कुंभलगढ़ के सूरजकुंड धाम के गादीपति श्री श्री 108 परम् पूज्य महन्त श्री अवधेश चैतन्य ब्रह्माचारीजी महाराज के आशीर्वाद से बाबूलाल शर्मा एवं समस्त रांकावत परिवार द्वारा श्री हनुमानदासजी महाराज (हरिद्वार) के मुखारविन्द से 3 दिवसीय शिव चरित्र कथा का सावन मास को लेकर बड़ी उत्साह एवं उमंग के साथ धूमधाम से शुभारंभ हुआ। मंगलवार दोपहर बाद 3:30 बजे श्री हनुमानदासजी महाराज (हरिद्वार) के श्री कुन्देश्वर महादेव जी मंदिर पहुंचने पर आयोजन करता बाबूलाल शर्मा द्वारा सिर पर शिव चरित्र कथा पोथी रख ढोल थाली की गुंजायमान के साथ भरत कुमार पुत्र संघवी बाबुलालजी रांकावत एवं जितेंद्र चांदोरा, भूपेंद्र जोशी, अमृतलाल, सुथार सहित नगर वासीयो के सानिध्य में मंदिर के पुजारी द्वारा शिव चरित्र कथा पोथी पर तिलक एवं पुष्पमाला अर्पित कर श्री हनुमान दास जी महाराज हरिद्वार का फूलों से स्वागत करते हुए मंदिर में प्रवेश करवाया गया। जहां हरिद्वार के श्री हनुमान दास जी महाराज ने प्राचीन श्री कुन्देश्वर महादेव के दर्शन कर कथा स्थल पहुंचे और श्री हनुमान दास जी महाराज के मुखारविन्द से हर हर ओम नमो शिवाय, हर हर भोले गंगा शिवाय, गंगा धराय शिव गंगा धराय के गुंज के साथ विधिवत शिव चरित्र कथा का शुभारंभ किया गया। श्री हनुमान दास जी महाराज ने कहा कि भगवान शिव का सबसे प्रिय नाम शंभू और दूसरा महादेव सबसे प्रिय नाम है। उन्होंने कहा कि भगवान की कथा सुनते-सुनते और लालसा बढ़ जाए, लालसा सब जगह संसार में हो तो अच्छा नहीं है, लेकिन वही लालसा भगवान की कथा में हो जाए तो लालसा भक्ति है। कथा श्रवण को लेकर प्रथम दिन महिलाओं एवं पुरुषों का हुजूम उमर पाड़ा था। नगर में मंगलवार से शुरू हुआ शिव चरित्र कथा का आयोजन शुक्रवार तक प्रति दिन दोपहर 3:00 से शाम 6:00 बजे तक किया जाएगा।



