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राजसमंद-कृषि विभाग ने केंद्र सरकार की मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर योजना के राष्ट्रीय बागवानी मिशन की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें किसानों को बागवानी के लिए ज्यादा अनुदान मिलेगा। इसके साथ ही दो हैक्टेयर वाले किसान भी इस योजना में अनुदान लेने के लिए आवेदन कर सकेंगे। योजना में आम, अमरूद, नींबू, मौसमी, संतय, किन्नू और अनार फसलों के नए बाग लगाने पर अब प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए का अनुदान मिलेगा। पहले यह अनुदान 30 हजार प्रति हेक्टेयर ही मिलता था। इसके अलावा, पपीता, बेल, बेर, आंवला, जामुन, करौंदा और कटहल जैसी फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर इकाई ज्यादा अनुदान मिलेगा। नई गाइडलाइन के अनुसार फल के बगीचे की स्थापना के लिए खेत में ड्रिप सिस्टम को अनिवार्य किया है। इसके बिना अनुदान नहीं मिलेगा। किसानों को अनुदान दो वर्षों में मिलेगा। जिसमें पहले साल 60 प्रतिशत और दूसरे साल 40 प्रतिशत राशि दी जाएगी। अनुदान लेने के लिए 80 प्रतिशत पौधे जीवित होने चाहिए।
मिट्टी की जांच रिपोर्ट के साथ ऑनलाइन करना होगा आवेदन
बागवानी मिशन में अनुदान के लिए किसान को राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ खेत की मिट्टी की जांच रिपोर्ट लगानी है।
वहीं 5 फीट गहराई तक की मिट्टी बागवानी योग्य होने की शर्त भी रखी गई है। खेत में पौधों में उचित दूरी पर गड्ढे खुदवाने व खाद और पौध संरक्षण को लेकर किसान को स्वयं व्यवस्था करनी होगी।
बगीचे में किसान का नाम, पता, किस्म, कुल क्षेत्रफल व वर्ष अंकित
बोर्ड लगा होना चाहिए। बागवानी के लिए किसान को कृषि विश्वविद्यालय, कृषि अनुसंधान केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र या राज्य सरकार की अधिकृत नर्सरी अथवा निजी अधिकृत संस्थाओं से पौधे खरीदे जा सकते हैं। अनुदान की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में भेजी जाएगी। गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी।
फायदा… नई गाइडलाइन से कम क्षेत्र में बागवानी करने वाले किसानों को भी अच्छी आर्थिक सहायता मिलेगी। पहले जहां 4 हेक्टेयर पर ही अनुदान का लाभलिया जा सकता था और प्रति हेक्टेयर 30 हजार रुपए ही मिलते थे, वहीं अब 2 हेक्टेयर क्षेत्र में भी 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दी जाएगी।
नई गाइडलाइन की किसानों को जानकारी दे रहे हैं। अनुदान बढ़ने से बागवानी क्षेत्र में नवाचार और उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उनकी आय बढ़ेगी।
मथुरालाल कुमावत, सहायक कृषि अधिकारी राजसमंद


