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पाली। पाली में पंचों का एक और तुगलकी फरमान जारी करने का मामला आया है। इसमें दो परिवारों को पंचों से समाज का बहिष्कृत कर दिया। एक का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपनी बेटी की सगाई तोड़ दी। दूसरे का कसूर यह था कि पंचायती के बीच खड़े होकर उसने अपने दोस्त पर लगाया गया जुर्माना कम करने की बात कही।
इसे पंचों ने पंचायत का अपमान मानते हुए पीड़ित पर 1 करोड़ 8 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगा दिया और जुर्माना नहीं चुकाने पर समाज से बहिष्कृत कर दिया। ऐसे में अब पीड़ित ने 78 पंचों के खिलाफ जेतपुर थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सगाई तोड़ी तो लगा दिया जुर्माना
जेतपुर थाने के SHO राजेंद्रसिंह ने बताया थाना क्षेत्र के मांडावास हाल बैंगलोर निवासी विरमाराम पुत्र पूनाराम पटेल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसमें बताया कि मांडावास हाल बैंगलोर गांव निवासी उसके दोस्त डूंगरराम ने अपनी बेटी ममता की शादी चेंडा गांव निवासी लालाराम पुत्र जोगाराम पटेल से की।
रिपोर्ट में बताया- बाद में जब पता चला कि लड़का अच्छा नहीं है तो उन्होंने सगाई तोड़ दी। इस पर लड़के के परिवार की शिकायत पर 31 अक्टूबर 2021 को मांडावास गांव में पंचों ने बैठक बुलाई। जिसमें डूंगरराम, उसकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया गया।
इस बैठक में वह भी शामिल हुए। जिसमें सगाई तोड़ने का डूंगरराम को दोषी मानते हुए पंचों ने 18 लाख का जुर्माना लगा दिया।
दोस्त पर लगा जुर्माना कम करने की बात कही थी
रिपोर्ट में विरमाराम ने बताया- इस पर वह खड़ा हुआ और पंचों से जुर्माना कम करने की बात कही। इस पर वे नाराज हो गए। बोले कि पंचों के फैसले के खिलाफ बात कर रहे हैं। अगर इन्होंने जुर्माना नहीं भरा तो तुम्हें जुर्माना भरना पड़ेगा। इसके साथ ही पंचों ने उसके परिवार पर भी जुर्माना लगा दिया और जुर्माना नहीं चुकाने पर समाज से बहिष्कृत करने की चेतावनी दी।
रिपोर्ट में बताया- उसे पंचों ने कहा कि चेंडा पंच समाज को 18 लाख रुपए, मांडावास के पंच समाज को 5 लाख, रणछोड़राम, राणाराम कान्दली मांडावास वालों को 2 लाख और सभी 78 पंचों को 1-1 लाख रुपए दंड के रूप में देना होगा।
जुर्माना नहीं भर सका तो समाज से बाहर किया
पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि यह कुल रकम एक करोड़ 8 लाख रुपए होती है। जो वह भरने में सक्षम नहीं है लेकिन पंचों ने उसकी नहीं सुनी और जुर्माना नहीं भरने की स्थिति पर समाज से बहिष्कृत कर दिया। उसके बाद उसने पंचों से कई बार संपर्क किया लेकिन उन्होंने 40 लाख रुपए का जुर्माना भरने की बात कही।
यह रकम भी उनके लिए ज्यादा थी। इस पर 25 जून को समाज के 78 पंचों के खिलाफ उन्होंने समाज से बहिष्कृत करने, डराने-धमकाने और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की।


