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पाली-पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के गायनी वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों से रुपए मांगने का मामला सामने आया है। इसको लेकर पीड़ित गर्भवती महिला के ससुर ने हॉस्पिटल प्रबंधन से इसकी शिकायत की। ऐसे में मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है जो जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। दअरसल पाली शहर के धौला चौतरा रहने वाली 20 साल की गायत्री पत्नी रवि प्रजापत को डिलेवरी के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के गायनी वार्ड में 11 मार्च को भर्ती किया गया था। 12 मार्च को सिजेरियन डिलेवरी डॉ शिवचरण मीणा ने करवाई। लेकिन डिलेवरी के बाद महिला के टांकों पर पट्टी करने के लिए 100 से 200 रुपए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मांगने लगे।
एक-दो बार तो परिजनों ने रुपए दे दिए लेकिन फिर जांच के लिए व्हील चेयर और स्ट्रैचर पर लाने ले जाने के बदले भी कभी 100 तो कभी 50 रुपए मांगने लगे। इससे यह परिवार परेशान हो गया। 16 मार्च 2024 को गायत्री को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। उसके बाद उसके ससुर ओमप्रकाश प्रजापत ने गुरुवार को हॉस्पिटल प्रबंधन से इसको लेकर लिखित में शिकायत इस पर हॉस्पिटल प्रबंधन हरकत में आया और हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ पीसी व्यास ने एक टीम गठित की जो ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।
सरकार तनख्वाह देती है फिर भी लूटते हॉस्पिटल में मामले में पीड़िता के ससुर ओमप्रकाश प्रजापत ने बताया कि हॉस्पिटल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पट्टी करने से लेकर व्हील चेयर पर मरीज को लाने ले जाने के लिए भी रुपयों की डिमांड करते हैं। वरना सर्विस देने में देरी करते हैं। परेशान होकर गुरुवार को हॉस्पिटल प्रबंधन को इसको लेकर लिखित में शिकायत दर्ज करवाई है ताकि सुधार हो और यहां आने वाले मरीजों के परिजनों को परेशान न होना पड़े।
मामले की जांच के लिए गठित की कमेटी मामले में बांगड़ हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ पीसी व्यास ने कहा कि इसको लेकर उन्होंने जांच कमेटी गठित की है। जिन पर आरोप है उसको लेकर जांच की जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
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