
PALI SIROHI ONLINE
कुचामन शहर-डीडवाना। कुचामन में व्यापारी रमेश रुलानिया की हत्या के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। गैंगस्टर आंनदपाल सिंह के टॉर्चर हाउस को ध्वस्त करने के अगले ही दिन नजदीकी ग्राम मारवाड़ बालिया में उसके गुर्गे के अवैध निर्माण को तोड़ा गया।
कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी
मारवाड़ बालिया निवासी हिस्ट्रीशीटर परवेज बालिया पहले आनंदपाल के लिए काम करता था। उसके गांव में दो जगह पर किए गए अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर परवेज ने गांव की श्मशान भूमि व नाडी की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।
उपखंड अधिकारी विकास मोहन भाटी, पुलिस उप अधीक्षक धरम पूनिया ने भारी जाप्ता के साथ सुबह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
पुलिस ने बताया अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की जा रही है, कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर परवेज ने गांव की श्मशान भूमि व नाडी की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।
उपखंड अधिकारी विकास मोहन भाटी, पुलिस उप अधीक्षक धरम पूनिया ने भारी जाप्ता के साथ सुबह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
पुलिस ने बताया अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की जा रही है, कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।इससे पहले प्रशासन ने बुधवार को गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के कुख्यात ‘टॉर्चर हाउस’ को जमींदोज कर दिया।
यह वही भवन था जिसे 2016 में उसकी फरारी के दौरान कुर्क कर राजकीय संपत्ति घोषित किया गया था।
बताया जाता है कि आनंदपाल सिंह ने निंबी जोधा रोड के पास बने इस ‘टॉर्चर हाउस’ को किले की तरह बनवाया करवाया था।
दीवारों में छेद बनाए गए थे, ताकि
हमले की स्थिति में अंदर से फायरिंग की जा सके।
पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर के अनुसार, आनंदपाल इस जगह पर अपने विरोधियों और फिरौती के लिए अगवा किए गए लोगों को यातनाएं देता था। यही वजह थी कि इसे ‘टॉर्चर रूम’ कहा जाता था।
