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जोधपुर-जोधपुर में बुधवार देर रात ट्रेन के पायलट की सूझबूझ की वजह से एक युवक की जान बच गई। ओसियां में रेलवे ट्रैक पर एक युवक बेहोश पड़ा था। उसके दोनों बंधे थे। यह देखकर पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रेन बेहोश पड़े युवक से कुछ इंच पहले जाकर रुकी।
युवक कौन था? वह ट्रैक पर कैसे पहुंचा? वह खुद ट्रैक पर आया या किसी ने जान से मारने की कोशिश की? इन सब पहलुओं पर पुलिस फिलहाल जांच कर रही है। घटना ओसियां रेलवे स्टेशन की है।
ओसियां थाना प्रभारी सुरतान सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल मामले में किसी तरह की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई है।
ट्रैक पर युवक को देखकर स्पीड कम की
रेलवे सूत्रों के अनुसार जैसलमेर से दिल्ली जा रही ट्रेन -14087 रुणिचा एक्सप्रेस बुधवार रात 11 बजे जोधपुर से रवाना हुई थी। रात 11:55 पर ओसियां रेलवे स्टेशन पहुंची थी। स्टेशन पर 2 मिनट ठहराव के बाद रवाना होते ही कुछ दूरी पर लोको पायलट को ट्रैक पर एक युवक लेटा दिखाई दिया। इस पर लोको पायलट किशोर कुमार ने स्पीड कम कर तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। ट्रेन युवक के बिल्कुल नजदीक पहुंच गई थी। थोड़ी भी देर होती तो ट्रेन उसके ऊपर से गुजर जाती।
बेहोशी की हालत में दोनों हाथ बंधे थे
लोको पायलट और अन्य रेलवे कर्मचारियों ने ट्रेन से उतरकर देखा तो युवक बेहोशी की हालत में था। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे। इस पर स्थानीय पुलिस और रेलवे अधिकारियों को सूचना दी गई। पुलिस पड़ताल में युवक की पहचान ओसियां के नयापुरा निवासी कानाराम भील के रूप में हुई है। युवक को 108 एंबुलेंस की मदद से उप जिला हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके आंधे घंटे बाद ट्रेन को रवाना किया गया