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जवाई बांध से सिंचाई के लिए 5 नवंबर को खुलेगी नहरे 6 नवंबर सुबह से बाराबंदी होगी शुरू, नेहरो की सफाई अधूरी,किसानों को 22-22 दिन की मिलेगी 4 पाण
तखतगढ 30 अक्टूबर;(खीमाराम मेवाडा) पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े 61.25 फिट भराव क्षमता वाले जवाई बांध से रबी की फसल 2024- 25 सिंचाई के लिए 5 नवंबर को नहरे खुलेगी और 6 नवंबर से किसने की बाराबंदी होगी लागू। बुधवार सुबह सिंचाई विभाग कार्यालय सुमेरपुर में जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता गंगाराम सुथार की अध्यक्षता में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयंत सिंह गलथनी एव कमांड क्षेत्र के समस्त जल उपयोगिता संगम अध्यक्षों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में किसान प्रतिनिधियों द्वारा 5 नवंबर को नहर खोलने एवं 6 नवंबर से बाराबंदी शुरू करने का निर्णय लिया गया। जिसमें किसानों को 22-22 दिन की मिलेगी 4 पाण। जबकि अभी भी नेहरो एवं माइनरो मरम्मत एवं सफाई कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। जिसको लेकर किसानों एवं विभागीय अधिकारियों के बीच चर्चा हुई। जिस पर विभागीय अधिकारियों ने कहां कि दीपावली पर्व को लेकर मजदूरों के अभाव में सफाई कार्य पूर्ण नहीं हो सका लेकिन 4 नवंबर तक नेहरो का सफाई कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया है।
मिला था 4400 एमसीएफटी पानी, 24 अक्टूबर को जवाई डाक बंगले में जल वितरण कमेटी की अध्यक्ष संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में जल संसाधन विभागीय अधिकारियों एवं किसान जनप्रतिनिधियों की बैठक में रबी फसल सिंचाई के लिए 4400 एमसीएफटी पानी किसानों के लिए और शेष पानी पेयजल के लिए आरक्षित रखने का निर्णय हुआ था।
— 38600 हेक्टेयर में होगी सिंचाई, सुमेरपुर आहोर कमांड क्षेत्र के 57 गांव में होती है सिंचाई, मारवाड़ क्षेत्र के पवित्र जल सरोवर माने जाने वाले इसी जवाई बांध से पाली जिले के सुमेरपुर के 33 गांवों की 25825.40 हेक्टेयर में सिंचाई होती है और जालोर जिले के आहोर क्षेत्र के 24 गांवों की 12845.60 हेक्टेयर में सिंचाई होती हे। कूल 38600 हेक्टेयर में सिंचाई होती है। और 9 शहरो मे पेयजल के लिए 550 से अधिक गांवों में भी जलापूर्ति होती है।