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खीमाराम मेवाडा
जालोर। जालोर में कथावाचक अभयदास महाराज ने 9 दिन कथा करने के बाद शुक्रवार को विदाई ली। जालोर से अभयदास महाराज को विदा करने के लिए शोभायात्रा निकली। लोग 5 किमी तक पैदल चले। इस दौरान एक सांड शोभायात्रा में घुस गया। सांड के अटैक से 10 लोग घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया।
जालोर में अभयदास के विदाई समारोह के दौरान जुलूस के रूप में विदाई देने जाते समय कॉलेज चौराहा पर एक सांड ने भीड़ पर दौड़ते हुए हमला कर दिया। जिसमें करीब 10 लोगों घायल हो गए। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों को पुलिस वाहन में डालकर जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज कर कई लोगों को छुट्टी दे दी।
इन लोगों को लगी चोट, महिला के दांत टूटे
सांड के हमले में जालोर के शांतिनगर बी ब्लॉक निवासी पन्नालाल (76) पुत्र थानाराम माली को सिर में चोट आई। रामदेव कॉलोनी निवासी पानी देवी (50) पत्नी पोलाराम मीणा के चेहरे पर चोट लगी, उनके दांत टूट गए। राजेन्द्र नगर निवासी भावना पत्नी (33) राजेन्द्र कुमार सुथार सिर व दाहिने फैर में चोट आई।
सर्किट हाउस निवासी निम्बाराम (40) पुत्र नेकाराम माली, रूप नगर निवासी कौशल्या पत्नी मदनलाल माली के सिर में चोट लगी, रामदेव कॉलोनी निवासी गोमती (45) पत्नी चौथाराम माली को पेट में सांड का सींग लगा। जशोदा (42) पत्नी जयन्तीलाल माली व छठी देवी पत्नी प्रकाश माली के दाहिने पैर में चोट लगी।
आज कथा हुई पूरी, अभयदास ने ली विदाई
बता दें कि अभयदास महाराज का जालोर प्रवास विवादों में रहा। 11 जुलाई से 8 अगस्त तक अभयदास महाराज का श्रावणमासीय चातुर्मास था। लेकिन बायोसा मंदिर विवाद के बाद उन्हें जालोर छोड़ना पड़ा। इसके बाद वे बिना परमिशन जालोर लौटे और एक 31 जुलाई से 8 अगस्त तक समर्थक के घर पर ही कथा पूरी की।
शुक्रवार को शहर के एफसीआई कॉलोनी में माली समाज धर्मशाला में फले सुनड़ी व भंडारा कार्यक्रम हुआ। लोगों ने महाराज का स्वागत किया।
नाचते गाते लोग अभयदास महाराज को छोड़ने पहुंचे
हजारों की संख्या में शहरवासी कथावाचक अभयदास को पैदल नाचते गाते हुए करीब 5 किलोमीटर तक छोड़ने गए। जुलूस एफसीआई कॉलोनी स्थित माली समाज धर्मशाला से रवाना होकर रूप नगर, रेलवे स्टेशन, शिवाजी नगर, कलेक्ट्रेट, अस्पताल चौराहा, राजेन्द्र नगर, कॉलेज चौराहा व लेटा रेलवे ब्रिज तक पैदल गए।
इस दौरान जगह-जगह लोगों ने फूल मालाओं से महाराज पहनाकर विदाई दी। महाराज ने विदाई ली तो महिलाओं ने भावुक होकर फिर जल्दी जालोर आने की बात की। विदाई के बाद कई लोग महाराज को आश्रम तक भी छोड़ने के लिए गए।
अभयदास ने अलग अंदाज से दी कलेक्टर-प्रशासन को बधाई
जालोर से विदाई के दौरान अभयदास महाराज अपने समर्थकों के साथ जुलूस के रूप में जब कलेक्ट्रेट पहुंचे तो यहां कार को रोक कर महाराज ने जिला कलेक्टर, एसपी व प्रशासन को कुछ इस अंदाज में दुहाए दी। जिसके बाद वह भीड़ के साथ आगे बड़े।


