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खीमाराम मेवाडा
विश्व कल्याण का कार्य भारत में ही संभव है -प्रहलाद गर्ग
राज ज्योतिषी अभिषेक जोशी जोधपुर दे रहे है ज्योतिष का प्रशिक्षण:-
तखतगढ 18 जून ;(खीमाराम मेवाडा) गर्ग गुरु ब्राह्मण समाज विकास संस्थान एवं नक्षत्र ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में 8 दिवसीय ज्योतिष एवं कर्मकांड आवासीय शिविर के तीसरे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत गौ सवर्धन संयोजक प्रहलाद गर्ग ने शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व कल्याण का काम भारत में ही संभव है एवं भारत पूरे विश्व के कल्याण के लिए कामना करता है उन्होंने कहा कि ज्योतिष कार्य उदरपूर्ति के लिए नहीं होकर समाज व देश के मार्गदर्शन के लिए है , जिस प्रकार भगवान गर्गाचार्य ने भगवान श्री कृष्ण का नामकरण किया और भगवान कृष्ण ने धर्म की स्थापना में कार्य किए ।उन्होंने कहा कि ब्रह्माण को ब्रह्ममुहर्त में उठना चाहिए और हमे ज्ञान को आत्मसात करते हुए समाज को मार्गदर्शन करना है
हमारी संस्कृति प्रत्येक मानव की भलाई करना सिखाती है हमे चाणक्य बन कर राष्ट्रीय की दिशा तय करनी है । ब्राह्मण संस्कृति का वाहक होता है ,ज्योतिष वैज्ञानिक है जिसे गणित द्वारा सिद्ध कर अपने गाँव का भला करना चाहिए ।उन्होंने कुटुम्भ प्रबोधन पर ज़ोर देते हुए कहा कि हमारे घर परिवार को टूटते हुए बचाना चाहिए । गर्ग समाज के नगर अध्यक्ष भागीरथ गर्ग ने बताया कि राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग गर्ग समाज के संरक्षक श्यामसुन्दर सोलंकी व गर्ग समाज ज़िलाध्यक्ष हडमताराम गर्ग के निर्देशानुसार 8 दिवसीय ज्योतिष एवं कर्मकांड शिविर के तीसरे दिन राज ज्योतिषी अभिषेक जोशी व गिरीश दवे ने प्रशिक्षणार्थियो़ को ज्योतिष में पंचक की सूचना ,घड़ी वर्ग ,गणना आदि के बारे में जानकारी दी ।
प्रात क़ालीन सत्र में पारस गर्ग जालोर द्वारा योग शिक्षा की जानकारी दी इस अवसर पर डा. कमलेश मीना ने प्रशिक्षणार्थीयो को ज्योतिष सीखने एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार पर ज़ोर दिया ।इस अवसर पर मिस्रीलाल गर्ग, छागन लाल गर्ग , खीमाराम गर्ग ,हडमताराम गर्ग ,सुभाष गर्ग ,गोपीलाल गर्ग, सुरेश थांवला,नोपाराम गर्ग राजू गर्ग महेश गर्ग ,जितेंद्र गर्ग ,धर्मेंद्र गर्ग, जगजीवन गर्ग ,पारस गर्ग फुटरमल गर्ग ,मदाराम गर्ग महेश गर्ग ,ओमप्रकाश गर्ग ,गोरधन गर्ग ,हरशन गर्ग ,देवेंद्र गर्ग लकाराम गर्ग ,रूपाराम गर्ग, ईश्वर गर्ग ,नंदकिशोर गर्ग, मनीष गर्ग चंद्रप्रकाश गर्ग , सहित समाज बंधु मोजूद थे ।