
PALI SIROHI ONLINE
सिरोही-पिण्डवाड़ा के धनारी गांव में नेशनल हाईवे 27 के किनारे पश्चिमी बनास बांध के पास रेहड़ी-लॉरी वालों को हटाए जाने से उनके परिवारों के सामने जीविकोपार्जन संकट खड़ा हो गया है। इसके चलते उन्होंने उपखंड अधिकारी पिंडवाड़ा को ज्ञापन देकर राहत की गुहार लगाई है।
रेहड़ी और लॉरी संचालकों ने एसडीएम को बताया कि पश्चिमी बनास बांध अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण हाईवे से आने-जाने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। इन्हीं पर्यटकों के भरोसे 25 से 30 हाथलारी व रेहड़ी वालों के परिवारों का गुजर-बसर चल रहा था।
जोगी जाति के इन 25-30 लोगों ने बताया कि वे बांध के किनारे रेहड़ी-लॉरी लगाकर भुट्टे बेचकर बारिश के मौसम में अपना जीविकोपार्जन करते हैं, लेकिन दो दिन पूर्व एसडीएम पिण्डवाड़ा ने हाईवे पर सुरक्षा का हवाला देकर पुलिस के माध्यम से उन्हें हटवा दिया। इससे उनके परिवारों के भरण-पोषण की समस्या गंभीर रूप से खड़ी हो गई है।
रेहड़ी वालों ने एसडीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि वे प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। उनकी मांग है कि गरीब परिवारों का रोजगार न छीना जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें हाईवे से थोड़ी दूर खड़े रहने के लिए पाबंद किया जाए। उनका कहना है कि मानवीय पक्ष को ध्यान में रखते हुए इन गरीबों को भुट्टे बेचने की अनुमति दी जाए, जिससे वे अपने परिवारों का जीविकोपार्जन कर सकें।