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जैसलमेर- जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ कस्बे में शुक्रवार को पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता कर्नल सोनाराम चौधरी का अंतिम संस्कार सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में गुरुवार रात उनकी पार्थिव देह पहुंची, जहां अंतिम दर्शन के लिए भारी जन सैलाब उमड़ा।
शव यात्रा में शामिल होने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद, विधायक प्रियंका चौधरी, पूर्व विधायक रूपा राम, सांग सिंह, मंत्री केके विश्नोई, बायतु विधायक हरीश चौधरी, शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, विधायक आदूराम मेघवाल सहित कई नेता मोहनगढ़ पहुंचे।
पैतृक निवास पर दी गई श्रद्धांजलि
गुरुवार रात को कर्नल सोनाराम चौधरी की पार्थिव देह मोहनगढ़ स्थित उनके पैतृक निवास पर लाई गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए एकत्र हुए। सेवादल के कार्यकर्ताओं ने ध्वज ओढ़ाकर और सलामी देकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मोहनगढ़ का बाजार बंद रहा, जो क्षेत्र में गहरे शोक का प्रतीक था। शुक्रवार सुबह 11 बजे उनकी शव यात्रा पैतृक निवास से निकाली गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।
दिल्ली में हुआ था निधन
बता दें, कर्नल सोनाराम चौधरी का निधन बुधवार रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में हुआ। वह एक बैठक में शामिल होने दिल्ली गए थे। बुधवार रात को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर स्वस्थ होने की जानकारी साझा की थी और अपने बेटे डॉ. रमन चौधरी से भी बात की थी।
हालांकि, रात करीब 11:15 बजे उनकी स्थिति बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी विमला चौधरी और पुत्र डॉ. रमन चौधरी हैं। बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल उस समय अस्पताल में मौजूद थे।
बाड़मेर से मोहनगढ़ तक अंतिम यात्रा
गुरुवार दोपहर 2:30 बजे कर्नल सोनाराम की पार्थिव देह उत्तरलाई एयरबेस पहुंची। वहां से इसे बाड़मेर स्थित उनके निवास पर ले जाया गया, जहां सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, विधायक हरीश चौधरी, रविंद्रसिंह भाटी, आदूराम मेघवाल, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सहित कांग्रेस और भाजपा के कई नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। गुरुवार शाम को सड़क मार्ग से उनकी पार्थिव देह को मोहनगढ़ लाया गया, जहां जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।


