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जयपुर-बागीदौरा (बांसवाड़ा) से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल के 20 लाख की रिश्वत लेने के मामले में एसीबी को अलग-अलग सीसीटीवी मिले हैं। इस सीसीटीवी में विधायक अपने चचेरे भाई विजय पटेल के साथ पैसा लेकर आता दिखाई दे रहा है। इसके बाद चचेरे भाई ने पैसों से भरा बैग पीए रोहित मीणा को दिया। फिर विधायक के साथ लिफ्ट में चला गया। पीए रोहित पैसों से भरे बैग को लेकर स्कूटी से विधायक आवास से बाहर निकल जाता है।
वीडियो में विधायक चचेरे भाई और पीए को इशारा कर रहा है कि वह जल्दी यहां से चला जाए। यह पूरा घटनाक्रम बेसमेंट पार्किंग में लगे सीसीटीवी में कैद हुई जिसे एसीबी ने रिकवर कर ली हैं।

पहला सीसीटीवी फुटेज
रोहित पार्किंग से पास में पिलर की आड़ में स्कूटी के साथ खड़ा दिख रहा है। इसके बाद पटेल का चचेरा भाई उसे भाग कर एक बैग देता है। इसे रोहित स्कूटी की डिग्गी में डाल कर विधायक आवास से रवाना हो जाता है। इस दौरान विधायक भी वहीं मौजूद थे। जो रोहित को जल्दी भागने के लिए इशारा करते दिख रहा है।
दूसरे सीसीटीवी फुटेज
इस फुटेज में विधायक तेजी से लिफ्ट की तरफ बढते हैं। विधायक का चचेरा भाई विजय कुछ दूरी पर ही खड़े रोहित को पैसा देकर लौटता दिख रहा। विधायक भी रोहित को इशारा करते हैं कि वह जल्दी से यहां से भाग जाएं। इसके बाद रोहित स्कूटी से पार्किंग से बाहर निकलता है।
तीसरा सीसीटीवी फुटेज
विधायक जय कृष्ण पटेल का पीए रोहित पैसा लेने के कुछ समय पहले ग्राउंड फ्लोर पर घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। इस दौरान वह लगातार फोन पर बात करता रहता है। फोन पर लगातार विधायक के चचेरे भाई विजय पटेल से बात करता रहता है। मुख्य पोर्च से होता हुआ परिसर से बाहर निकल जाता हैं। इसी दौरान विधायक चेचेरे भाई विजय के साथ लिफ्ट में घुस कर 8वें माले पर अपने फ्लैट में चले जाते हैं।
रोहित मीणा अब भी फरार
वहीं, दूसरी तरफ फरार पीए रोहित मीणा को एसीबी अभी तक नहीं पकड़ पाई है। आरोपी के संभावित ठिकानों पर लगातार रेड की जा रही है। एसीबी रोहित मीणा के फैंके जीपीएस और बैग को भी रिकवर कर चुकी है। इसी बैग में परिवादी ने विधायक को पैसा दिया था। इसे रोहित ने पैसा निकाल कर सुनसान जगह पर फैंक दिया था। सीसीटीवी फुटेज और बैग को एसीबी एफएसएल के पास जांच के लिए भेज चुकी है।
जगराम और लक्ष्मण मीणा उर्फ जसवंत से नहीं मिली लीड
एसीबी ने फरार रोहित मीणा के रिश्तेदार जगराम और लक्ष्मण से इस पूरी घटना को लेकर पूछताछ की, लेकिन दोनों ने घटना को लेकर कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया है। जगराम और लक्ष्मण दोनों ने 83 हजार रुपए के बारे में भी एसीबी को अभी तक नहीं बताया है। 20 लाख रुपए में से 83 हजार रुपए एसीबी को कम मिले थे। यह पैसा किसके पास है। इसकी अभी जांच की जा रही हैं।
वहीं, रोहित मीणा के बारे में दोनों ने एसीबी को कोई जानकारी नहीं दी है। इसलिए एसीबी अपने स्तर पर रोहित की तलाश में लगी हुई है। एसीबी के अधिकारियो का दावा है कि जल्द से जल्द रोहित मीणा की भी गिरफ्तारी एसीबी के द्वारा की जाएगी। जिस से इस केस को आगे बढाने में मदद मिलेगी।


