
PALI SIROHI ONLINE
बांसवाड़ा ।बांसवाड़ा शहर के ठीकरिया के नजदीकी भापोर गांव में नवविवाहिता की आत्महत्या से उपजा रोष दो दिन की कशमकश के बाद बुधवार को थमा। मृतका के पीहर पलोदड़ा में पहली राखी मनाने की तैयारी थी, वहां तीन दिन पहले जब शव ले जाया गया, तो परिवार के लिए कभी न मिटने वाला जख्म बन गया। यहां इकलौते भाई ने बहन की अर्थी को कंधा दिया तो दशा देखकर हर किसी की रुलाई फूट पड़ी। दोपहर बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
बांसवाड़ा शहर के ठीकरिया के नजदीकी भापोर गांव में नवविवाहिता की आत्महत्या से उपजा रोष दो दिन की कशमकश के बाद बुधवार को थमा। मृतका के पीहर पलोदड़ा में पहली राखी मनाने की तैयारी थी, वहां तीन दिन पहले जब शव ले जाया गया, तो परिवार के लिए कभी न मिटने वाला जख्म बन गया। यहां इकलौते भाई ने बहन की अर्थी को कंधा दिया तो दशा देखकर हर किसी की रुलाई फूट पड़ी। दोपहर बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।