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अजमेर-अजमेर में HDFC बैंक के कार्मिक की ओर से धोखाधड़ी पूर्वक लाखों रुपए का गबन कर फरार होने का मामला सामने आया है। बैंक के डिप्टी मैनेजर का आरोप है कि डॉक्युमेन्ट्स व मोबाइल नम्बरों की जांच किए बिना ही आरोपी ने लोन स्वीकृत कर दिया। आदर्श नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
HDFC बैंक के डिप्टी मैनेजर भवानी सिंह ने रिपोर्ट देकर बताया कि उनका संस्थान एक बैकिंग वित्तीय संस्थान है जो बैंकिंग रेग्यूलेशन एक्ट 1949 के तहत कार्य करता है। बैंक द्वारा विभिन्न ऋणीयों को सामूहिक रूप से छोटे छोटे ऋण प्रदान किए जाते हैं। बैंक में राजपूतों का बास, पडांगा, करकेरी, अजमेर निवासी लाखन सिंह पुत्र किशोर सिंह बैंक में एफएसओ के पद पर कार्यरत था।
वर्ष 2023 में 6 अलग अलग समूहों ने बैंक में सतत आजीविका पहल के तहत जॉइंट लाइबलिटि ग्रुप के तहत ऋण के लिए आवेदन किया। बैंक की ओर से ऋण के लिए समस्त वांछित एवं आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति कर ऋण प्रदान किया। ऋणी समूहों द्वारा अदायगी में चूक पर कॉल किए जाने पर पता चला कि समूह के कुछ सदस्य बैंक कर्मी लाखन सिंह के साथ गायब है।
बैंक की जानकारी में आया कि लाखन सिंह ने बैंक के दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य नहीं किया। विभिन्न ऋणीयों के निवास एवं पहचान सम्बन्धी केवाईसी दस्तावेज की जांच एवं सत्यापन नहीं किया एवं मिलीभगत कर ऋणियों के निवास पर विजिट किए बिना तथा उनके मोबाइल नम्बर की सत्यता जांच किए बिना ही ऋण सम्बन्धी औपचारिकताएं कर ऋण दिलाया।
यह भी जानकारी में आया कि ग्रुप ऋणियों के मतदाता पहचान पत्र की भी जांच नहीं की तथा ग्रुप के सदस्य एक दूसरे को जानते भी नहीं है। आरोपी ने विभिन्न दस्तावेज की कूटरचना कर विभिन्न ग्रुप ऋणियों के नाम से ऋण प्राप्त कर लाखों रुपए की ऋण राशि को बेईमानी से हड़प लिया। आदर्श नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई वीरेन्द्र सिंह को सौंपी है।
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