
PALI SIROHI ONLINE
पाली शहर से सटे रामासिया गांव में नगर विकास न्यास (यूआईटी) की ओर से अतिक्रमण हटाने की कथित एक तरफा कार्रवाई का विरोध करते हुए मंगलवार को भोमिया राजपूत समाज ने कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि यूआईटी की ओर से अतिक्रमण हटाने में भेदभावपूर्ण तरीका अपनाया गया है। आरोप यह भी है कि यूआईटी कुछ लोगों केदबाव में समाज के लोगों के मकानों को अतिक्रमण मानते हुए हटाने की कार्रवाई कर रही है, जबकि दूसरे समाज के लोगों अतिक्रमण नहीं हटा रही है। ग्रामीण हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। यहां धरना प्रदर्शन करने के बाद प्रतिनिधि मंडल ने सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर ने निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
भोमिया राजपूत समाज के लोगों ने मंगलवार सुबह पहले समाज के छात्रावास में बैठक की। इस दौरान अनूप सिंह सुमेरपुर, आमसिंह परिहार, भंवरसिंह कंवला,, वीरप्रताप सिंह, मोहन सिंह, वेरसिंह भाटी, राजेंद्रसिंह, मांगूसिंह डेंडा, कल्याणसिंह, दलपतसिंह मंडली, राजू सिंहकाणदरा, राजूसिंह सोनाई मांजी, सवाई सिंह सिसोदिया, जोधसिंह डिंगाई, लक्ष्मण सिंह भाटी, पूनमसिंह परमार, जबरसिंह पादरली समेत कई गांवों के ग्रामीण मौजूद रहे।
दूसरे कब्जों पर हो एक्शन
ग्रामीणों का आरोप है कि हमारे समाज के लोगों को टारगेट कर उनके मकान तोड़े जा रहे हैं। निष्पक्ष जांच करा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में बताया कि लोगों ने रामासिया के खसरा संख्या 129 गैर मुमकिन रास्ते की दक्षिण दिशा में खसरा संख्या 129/1, 129/2, 129/5 और खसरा संख्या 136 में मकान तोड़ने से रुकवाने की मांग की।