
PALI SIROHI ONLINE
नटवर मेवाडा
सांडेराव- बसंतग्राम के कल्लाजी धाम पर आयोजित वार्षिक मेला सम्पन्न,मैले में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने धाम पर दस्तक देकर किए दर्शन। जन्मोत्सव पर निकाली कलश यात्रा गूंजा कल्लाजी का जैकारा, भक्ति संध्या में बरसा कल्लाजी साधना का अमृत देर रात तक जमे रहें श्रोता
*साण्डेराव:-* बंसत गांव की सरहद में स्थित श्री सिद्धपिठ कालीकला धाम पर आयोजित वार्षिक मेले में सैकडों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड पड़ा,दुर-दराज से पहुंचे श्रद्धालु भक्तगणों ने धाम पर पूजा-अर्चना कर धोक देते हुए परिवार की खुशहाली के लिए मन्नते मांगी।इस दौरान कल्लाजी धाम को दुल्हन की तरह आर्कषक रंग-बिरंगी लाईटों व फुल-मालाओं से सजाया गया है।तथा कल्लाजी राठौड की प्रतिमा का आर्कषण श्रृंगार किया गया।
525 वें जन्मोंत्सव पर आयोजित मेले के दौरान धाम के गादीपति जब्बरसिंह राजपुरोहित की पावन निश्रा में शनिवार सुबह विशाल कलश यात्रा निकाली गई जिसमें बडी संख्या में कल्याणभक्तों के साथ आसपास गांवों के ग्रामीणों ने भाग लिया।कलश यात्रा में कल्लाजी राठौड की प्रतिमा को एक रथनुमा जीप में सजाई गई ,जिसके आगे घोड़ों पर सवार कल्लाजी के भक्त ध्वजा लेकर सवार थें तथा अखण्ड ज्योत के साथ बालिकाएं व महिलाएं सिर पर कलश धारण किए चल रही थी। बैण्ड-बाजों व डी.जे.की सुमधुर कल्याण भजनों की स्वरलहरीयां बिखेरते हुए, महिलाएं भक्ति में मग्न नाचती-गाती तथा युवतियां बैण्ड की धुन पर गरबा नृत्य के साथ झुमती हुई चल रही थी।श्रद्धालु भक्त जय श्री कल्याण,जय-जय कल्याण,कल्लाजी राठौड के गगन भेदी जैकारो के साथ कलश यात्रा की शोभा बढाते हुए चल रहें थे।
जगह-जगह पर ग्रामीणों द्वारा इस जलयात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। दोपहर अभिजित मुर्हूत में शिवलिंग पर जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर विशेष पूजा-अर्चना के साथ मंगलाआरती सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए। कल्लाजी राठौड़ के इस पवित्र धाम पर दुर-दराज से हजारों श्रद्धालुओं का रैला धाम पर अपने आराध्यदेव को रिझाने का जतन कर मन्नते मांगने के लिए उमड़ पडा।सिद्धपिठ काली कल्ला धाम बंसत के गादीपति जब्बरसिंह राजपुरोहित द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।
भजनों में गाई कल्ला जी राठौड़ की महिमा,देर रात तक जमे रहे श्रद्धालु, कल्ला जी राठौड़ के जन्मोत्सव पर आयोजित भजन संध्या में रातभर बही भक्तिरस की सरिता में भोर तक झुमते रहें श्रद्धालु :-
श्रीवीर कल्लाजी राठौड़ के जन्मोत्सव पर एक शाम कल्लाजी राठौड़ के नाम भक्ति संध्या में भोर तक श्रोता व श्रद्धालु भजनों के साथ कल्लाजी राठोड के जीवनी पर कथाओं व भजनो का आनंद लेते रहें।इस बीच नृत्य एवं हास्य कलाकारो 55ने अपनी कला से श्रौताओं को अपनी कला से मंत्रमुग्न कर दिया।भजन गायक राधेश्याम वैष्णव एण्ड पार्टी के साथ कल्लाजी धाम के जब्बरसिंह राजपुरोहित द्वारा गणपति वंदना एवं गुरूवंदना के बाद आवणो पडेला कल्ला जी थाने आवणो पडेला…………., कल्लाजी थारी महिमा रो……., लाल लंगोटों बाबा हाथ में घोटो……….., रामसियाराम सियाराम जय-जय राम के साथ कल्लाजी की जीवनी पर आधारित सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर भजन संध्या का आगाज किया।उसके बाद सुप्रसिद्ध भजन कलाकार कमलेश राव एण्ड पार्टी उदयपुर ने चालो रे कल्लाजी राठौड रे धाम………, कल्लाजी रे धाम मोररियां बोले जैसे कर्णप्रिय भजनों की प्रस्तुती देकर भजन संध्या को उंचाईयां प्रदान की। बाल भजन कलाकार ने अपनी मधुर आवाज में भजनों की प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्ति मय बना दिया।
भक्तराज जब्बरसिंह द्वारा कल्लाजी राठौड के जीवनी पर वार्ता के बाद मां की कथा सुनाते ही श्रद्धालु भाव विभोर हो गये। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन प्रवीण वैष्णव बाली ने किया।


