
PALI SIROHI ONLINE
रायपुर मारवाड़-रायपुर थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव के पास रविवार को डीएफसी रेलवे ट्रैक पर युवक की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर ग्रामीणों की मदद से रायपुर के सरकारी अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया। परिजनों की सहमति के बाद पोस्टमॉर्टम करवाया गया।
एएसआई कैलाश सिंदल ने बताया-घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ देर बाद मृतक के चचेरे भाई घटना स्थल पर पहुंचे। मृतक के चाचा ने युवक की पहचान की। युवक सबलपुरा निवासी कैलाश नायक (22) पुत्र शेषाराम नायक था
5 साल पहले किया था प्रेम विवाह
परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि कैलाश मजदूरी करता था। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। करीब पांच साल पहले कैलाश ने अपनी मर्जी से प्रेम विवाह किया था। हालांकि, वैवाहिक जीवन ज्यादा लंबा नहीं चला और पत्नी कुछ समय बाद उसे छोड़कर चली गई। इसके बाद से कैलाश मानसिक रूप से परेशान और अकेला रहने लगा था। कैलाश के पिता का पूर्व में ही निधन हो चुका है। कैलाश की माता गांव में ही रहती है।
प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों के अनुसार-रविवार सुबह कैलाश हरिपुर की ओर रेलवे ट्रैक के पास टहलते हुए देखा गया था। उसी दौरान न्यू हरिपुर की दिशा से एक मालगाड़ी आ रही थी। अचानक कैलाश ट्रेन की पटरी पर जा खड़ा हुआ और पलक झपकते ही मालगाड़ी की चपेट में आ गया। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई।रायपुर मारवाड़-रायपुर थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव के पास रविवार को डीएफसी रेलवे ट्रैक पर युवक की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर ग्रामीणों की मदद से रायपुर के सरकारी अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया। परिजनों की सहमति के बाद पोस्टमॉर्टम करवाया गया।
एएसआई कैलाश सिंदल ने बताया-घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ देर बाद मृतक के चचेरे भाई घटना स्थल पर पहुंचे। मृतक के चाचा ने युवक की पहचान की। युवक सबलपुरा निवासी कैलाश नायक (22) पुत्र शेषाराम नायक था
5 साल पहले किया था प्रेम विवाह
परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि कैलाश मजदूरी करता था। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। करीब पांच साल पहले कैलाश ने अपनी मर्जी से प्रेम विवाह किया था। हालांकि, वैवाहिक जीवन ज्यादा लंबा नहीं चला और पत्नी कुछ समय बाद उसे छोड़कर चली गई। इसके बाद से कैलाश मानसिक रूप से परेशान और अकेला रहने लगा था। कैलाश के पिता का पूर्व में ही निधन हो चुका है। कैलाश की माता गांव में ही रहती है।
प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों के अनुसार-रविवार सुबह कैलाश हरिपुर की ओर रेलवे ट्रैक के पास टहलते हुए देखा गया था। उसी दौरान न्यू हरिपुर की दिशा से एक मालगाड़ी आ रही थी। अचानक कैलाश ट्रेन की पटरी पर जा खड़ा हुआ और पलक झपकते ही मालगाड़ी की चपेट में आ गया। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उसकी मौत हो गई।


