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उदयपुर-उदयपुर की कानोड़ थाना पुलिस ने फर्जी शादी करवा लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एक महिला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने शादी के नाम पर 1.50 लाख रुपए हड़पे थे।
थानाधिकारी मुकेश चन्द्र ने बताया- आरोपियों ने षड़यंत्रपू र्वक ललिता बाई की शादी पंकज खारोल से करवाई थी। आरोपी महिला ललिता बाई 10 दिन पंकज खारोल की पत्नी बनकर रही। इसके बाद जेवर लेकर वापस अपने पहले पति और 3 बच्चों के पास एमपी के रतलाम स्थित सरवन में चली गई। मामले की जांच कर रहे हेड कॉन्स्टेबल लक्ष्मण ने बताया- गिरोह ने राजस्थान में पहली बार ऐसी वारदात को अंजाम दिया था। एमपी में करीब दो वारदात कर चुका है। इसमें महिला को पैसों की जरूरत थी। इसलिए गिरोह ने उसे इस्तेमाल किया।
पहली पत्नी भाग गई तो दूसरी शादी की थी
प्रार्थी पंकज खारोल पिता छोगालाल खारोल ने 8 मार्च 2025 को थाने में रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया कि मेरी शादी करीब 9 साल पहले कमला पुत्री भगवानलाल निवासी राजसमंद के साथ हुई थी। पत्नी 5 साल पहले किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई। पत्नी भाग जाने के बाद हमारे ही गांव के मांगीलाल पुत्र हीरालाल ने मेरी दूसरी शादी करवाने के लिए कई बार कहा।
20 जनवरी 2025 को मांगीलाल एक लड़की को लेकर आया और शादी कराने की बात कही। लड़की ललिता बाई के साथ कैलाश सिंह और सुनिल नाम के दो व्यक्ति भी आए। मेरे पिताजी व मांगीलाल के साथ 100 रुपए के स्टाम्प के इकरार नामा से ललिता बाई व मेरी शादी हुई। जिसमें ललिता बाई के सिक्योरिटी पेटे 1.50 लाख रुपए कैलाश ने मुझसे लिए।
इसके अलावा मेरा करीब 30 हजार रुपए का अन्य खर्चा हुआ। मेरी पत्नी ललिताबाई करीब 10 दिन तो अच्छे से रही। इसके बाद ललिता बाई ने मुझे ने बताया कि मेरे परिवार में मौसाजी की मौत हो गई है। जिसके बाद पत्नी अपने साथ जेवरात और कुछ रुपए लेकर चली गई। सभी लोगों ने षड़यंत्र पूर्वक शादी कर करके जेवरात हड़प लिए।


