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खीमाराम मेवाडा
सिरोही में पत्रकार के साथ हुई मारपीट के विरुद्ध आई एफ डब्ल्यू जे जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की उठाई मांग
तखतगढ 9 जुलाई ;(खीमाराम मेवाडा) 1 जुलाई को माउंट आबू नगर पालिका परिसर में राजस्थान पत्रिका के स्थानीय संवाददाता हरिपाल सिंह के साथ बेरहमी से हुई मारपीट को लेकर आज आई एफ डब्ल्यू जे संगठन की सिरोही जिला इकाई से जुड़े सैकड़ों पत्रकारों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों को साथ लेकर संगठन के प्रदेश सचिव एवं जोधपुर संभाग प्रभारी विक्रम सिंह करणोत एवं सिरोही जिला इकाई जिला अध्यक्ष अशोक कुमावत के नेतृत्व में माउंट आबू में एकत्रित होकर पैदल रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पुरजोर स्वर में राज्य सरकार से मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए और पत्रकार सुरक्षा कानून को राज्य में यथाशीघ्र लागू किया जाए। ज्ञापन में बताया गया कि 01 जुलाई 2025 को सिरोही जिले के माउंट आबू में एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय घटना सामने आई, जिसने न केवल पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी सीधा आघात किया। राजस्थान पत्रिका के संवाददाता हरिपाल सिंह उखरडा एक समाचार में नगरपालिका अधिकारी का पक्ष जानने के उददेश्य से माउंट आबू नगरपालिका कार्यालय पहुंचे थे। उसी समय वहां उपस्थित निलंबित सफाई निरीक्षक श्याम जणवा,सफाई निरीक्षक प्रवीण राजपुरोहित तथा सफाईकर्मी विक्रम चौहान ने एक राय होकर संवाददाता पर जानलेवा हमला किया। आरोपियों ने पत्रकार के साथ लात-घूंसों से बेरहमी से मारपीट की, उनकी गले की सोने की चैन, जेब में रखे 2500 रुपये, तथा मोबाइल फोन भी लूट लिया। इस पूरी घटना का वीडियो मौके पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और पूरे पत्रकार समुदाय में रोष का विषय बना हुआ है। पीड़ित पत्रकार दवारा माउंट आबू पुलिस थाने में एफआईआर संख्या 0053/25 दिनांक 01/07/2025 को दर्ज करवाई गई है। गौरतलब है कि पत्रकार हरिपाल सिंह दवारा पूर्व में इन तीनों कार्मिकों की कार्यशैली में लापरवाही तथा सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को लेकर प्रकाशित खबरों के बाढ़ ही विभागीय जांच में तीनों को निलंबित किया गया था। इस घटना की पूर्व नियोजित प्रतिशोधात्मक कार्रवाई होना स्पष्ट है, जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का प्रयास है।
आईएफडब्ल्यूजे राजस्थान इस हमले की कड़ी निंदा करता है और मुख्यमंत्री से निम्नलिखित मांग करता है:तीनों आरोपी कार्मिकों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। बिना सक्षम स्वीकृति के मुख्यालय छोड़कर माउंट आबू आकर घटना कारित करने वाले इन कर्मचारियों को सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाए। प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए ऐसे मामलों में Zero Tolerance Policy अपनाई जाए। साथ ही आई एफ डब्ल्यू जे संगठन द्वारा चेतावनी भी दी जाती है कि यदि इस प्रकरण में शीघ्र अतिशीघ्र संतुष्टी प्रद कारवाई नहीं की जाती है तो पूरे प्रदेश में पत्रकारों द्वारा इसे लेकर धरना प्रदर्शन किए जाएंगे।

