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तिथि संवत् : आषाढ़, शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, बुधवार रात्रि 01:37 तक रहेगी। विक्रम संवत् 2082, शाके 1947, हिजरी 1447, मुस्लिम माह मुहर्रम, तारीख 13, सूर्य दक्षिणायन, वर्षा ऋतु, १ जुलाई। सूर्योदय कालीन नक्षत्र मूल नक्षत्र रात्रि 04:50 तक, इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। ब्रह्म योग रात्रि 10:09 तक, इसके बाद ऐंद्र योग रहेगा। गर करण दोपहर 01:08 तक, इसके बाद वणिज करण रहेगा।
ग्रह विचार (प्रातः 05:30) मंगल-सिंह, बुध-कर्क, गुरु-मिथुन, राहु-कुंभ, केतु-सिंह राशि में स्थित है। सूर्य-मिथुन, चंद्र-धनु, शुक्र-वृष, शनि-मीन,
राहुकाल : दोपहर 12:00 से 01:30 तक रहेगा।
दिशाशूल : उत्तर दिशा: यदि जरूरी हो तो मिश्री या सौंफ खाकर यात्रा कर सकते हैं।
शुभाशुभ ज्ञानम : भद्रा रात्रि 01:37 से, चौमासी चौदस जैन, शिवशयन चतुर्दशी उड़ीसा, मेला ज्वालामुखी 2 दिन का प्रारंभकश्मीर, गंडमूल रात्रि 04:50 तक ।
चौघड़िया मुहूर्त : प्रातः 05:43 से 09:08 तक लाभ व अमृत का, प्रातः 10:50 से दोपहर 12:32 तक शुभ का, दोपहर 03:56 से 05:38 तक चर का, सायं 05:38 से 07:20 तक लाभ का चौघड़िया रहेगा।
आज विशेष : आज उपवास करके पूर्णिमा को हरि का गंध,पुष्प, धूप, दीप आदि से पूजन कर नैवेद्य अर्पण करें। यदि उस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र हो तो अन्नपानादि का दान करके एक समय भोजन करें तो हरि कृपा मिलती है। यह व्रत दो दिन में संपन्न होता है। आज ब्रह्म योग में तांबे का दान करना शुभ फलदायी होता है।