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उदयपुर-उदयपुर के झाड़ोल में नेशनल हाईवे-58ई के पास कीरट वनखंड में महिला को मारने वाले लेपर्ड का 9 दिन बाद भी पता नहीं लग पाया है। वन विभाग की रेस्क्यू टीम जंगल के आसपास लगातार निगरानी बनाए हुए है लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही। इधर, गांव में लेपर्ड के अभी तक पकड़े नहीं जाने को लेकर ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है। लोगों ने वन विभाग से जल्द लेपर्ड को पकड़ने की मांग की है।
हालांकि वन विभाग ने घटना के दूसरे ही दिन घटना स्थल के आसपास पिंजरा लगा दिया था लेकिन पिंजरे में लेपर्ड नहीं आ रहा। इसके अलावा लेपर्ड का मूवमेंट देखने के लिए 7 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। लेपर्ड को रेस्क्यू करने के लिए जोधपुर से एक टीम भी बुलाई गई थी लेकिन लेपर्ड के नजर नहीं आने तक कुछ भी सफलता मिलना संभव नहीं है। बता दें, बीते तीन माह में इस क्षेत्र में लेपर्ड एक महिला, एक बच्चे सहित 3 जनों का शिकार बना चुका है।
लकड़ी काटने गई महिला को बनाया था शिकार
घटना 8 सितंबर 2024 की है जब महिला रामली बाई पत्नी हरजीलाल अहारी निवासी मगवास लकड़ी काटने कीरट के जंगल में गई थी। जहां झाड़ियों में छिपे लेपर्ड ने उसे अपना शिकार बना लिया। सूचना पर वन विभाग और झाड़ोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी।
महिला को जंगल में तलाशने की कोशिश की तो एक जगह झाड़ियों में महिला का शव पड़ा हुआ मिला। जिसमें धड़ और सिर अलग-अलग करीब 12 फीट दूरी पर पड़े हुए मिले थे। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 58ई जाम कर दिया था। ग्रामीण परिवार के एक सदस्य को नौकरी और मुआवजे की मांग पर अड़ गए थे। 5 घंटे समझाइश और आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ था।