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खीमाराम मेवाडा
सशक्त, खुशहाल और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए श्रमिकों के सशक्तीकरण की जरुरत
तखतगढ 2 मई;(खीमाराम मेवाडा गुरुवार को भारतीय मजदूर संघ राजस्थान के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक जैन बोर्डिंग में आयोजित हुई। बैठक का शुभारंभ भारत माता विश्वकर्मा भगवान तथा राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन करके किया गया । बैठक को संबोधित करते हुए राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र गोवा दमनदीव के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सी वी राजेश ने कहा कि सशक्त, खुशहाल और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए श्रमिकों के सशक्तीकरण की जरुरत है, आजादी के सात दशक के बाद भी लगभग 90 फीसदी मजदूंर असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं जिनको सामान्य दृष्टिकोण के सामाजिक सुरक्षा से संबंधित सुविधाएं प्राप्त नहीं हैं। देश में श्रमिक वर्ग की संख्या संगठित व असंगठित क्षेत्र में लगभग 50 करोड़ से ज्यादा है। पहली बार किसी सरकार ने इन संगठित व असंगठित दोनों क्षेत्रों के श्रमिकों और उनके परिवारों की सुध ली है। पहले श्रमिक वर्ग जो कई कानूनों के जाल में उलझे हुए थे, उन्हें सही मायने में आजादी दिलाने की दिशा में केंद्र सरकार ने क्रांतिकारी कदम उठाया है।
इसके लिए केंद्र सरकार ने 29 कानूनों को अब सिर्फ चार लेबर कोड में समाहित कर सरल करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है ताकि अब श्रमिकों को सम्मान के साथ सामाजिक सुरक्षा भी, उत्तम सेहत भी और सहूलियत भी सहजता से मिल सके। यह चार लेबर ट्रेड कोड जो कि हमारे संसद द्वारा पारित किया जा चुका है इस लेबर कोड के लागू होने से मजदूरों के हितों की रक्षा हो सकेगी । भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह डाबी ने भारत सरकार द्वारा अनुमोदित चार लेबर कोड के बारे में व्यापक स्तर पर चर्चा करते हुए इस विषय को तीन तथा चार मई को प्रदेश कार्य समिति बैठक में व्यापक स्तर पर चर्चा करते हुए लेबर ट्रेड कोड में क्या क्या खामियां है जिसे दूर किया जाना है उस पर चर्चा किया जाएगा।
चार ट्रेड कोई इस प्रकार है
मजदूरी संहिता –
यह संहिता मजदूरी, वेतन, बोनस, छुट्टी न्यूनतम मजदूरी और अन्य संबंधित मुद्दों से संबंधित हैl
सामाजिक सुरक्षा संहिता – यह संहिता सामाजिक सुरक्षा, पेंशन, और अन्य कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित हैl औद्योगिक संबंध संहिता – यह संहिता श्रमिकों और नियोक्ताओं के बीच औद्योगिक संबंधों को नियंत्रित करता है, जिसमें ट्रेड यूनियन, सामूहिक सौदेबाजी, और अन्य संबंधित मुद्दे शामिल हैं lव्यावसायिक सुरक्षा,स्वास्थ्य और कार्य स्थिति संहिता- यह संहिताश्रमिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्थिति से संबंधित है
अंत में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री हरिमोहन ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ की स्थापना 23 जुलाई, 1955 तिलक जयन्ती के शुभ दिवस पर भोपाल में स्थापना किया गया । इस अवसर पर दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने कहा – भारतीय मजदूर संघ सर्वकल्प राष्ट्र निर्माण का एक अंग है और राष्ट्रहित की चौखट के भीतर मजदूर हित की कल्पना साकार करना उसका उद्देश्य है। यह मजदूरों का, मजदूरों के द्वारा, मजदूरों के लिए चलने वाला संगठन है, जो सभी प्रकार के प्रभाव यथा- सरकार का प्रभाव, राजनीतिक दलों का प्रभाव, विदेशी विचारधारा का प्रभाव और व्यक्तित्व, नेतागिरी के प्रभाव से ऊपर उठकर कार्य करेगा । ऐसे महान उद्देश्य के साथ भारतीय मजदूर संघ ने अपना कार्य करते हुए आज सत्तर वर्ष पूर्ण करते हुए दुनिया का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन बना है ।
कार्यक्रम के अंत में जिला सह मंत्री किशन लाल देवड़ा ने बताया कि तीन एवं चार मई को प्रदेश कार्य समिति बैठक साकरिया भवन जैन बोर्डिंग में कैबिनेट मंत्री जोराराम जी की उपस्थिति में प्रारंभ होगी । बैठक में पूरे प्रदेश के लगभग तीन सौ मजदूर संघ के पदाधिकारी


