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सवाई माधोपुर-खण्डार। पुलिस प्रशासन व परिजनों के बीच मांगों पर सहमति बनने के बाद मंगलवार दोपहर करीब दो बजे पीलाडाण्डा निवासी परिजन, दो सगे भाइयों के शवों को 30 घंटे बाद लेने को राजी हुए। इस पर तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड की टीम ने पोस्टमार्टम किया। इसके बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिए। इधर, आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। जिसके सुनकर पुलिस अधिकारी भी दंग रह गए।
गौरतलब है कि सोमवार सुबह विचाराधीन प्रकरण में सवाईमाधोपुर न्यायालय में पेशी पर जाते समय जीप चढ़ाकर दो सगे भाइयों की हत्या कर दी थी। इसके बाद परिजनों ने सीएचसी से शव नहीं उठाया। वे सभी आरोपियों को गिरतार करने, मृतक आश्रितों को 50-50 लाख की आर्थिक सहायता दिलाने, दोनों परिवारों के एक एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने, मृतक परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने, दोनों परिवारों को सपूर्ण सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने की मांग पर अड़े रहे। लेकिन देर रात तक सहमति नहीं बनने से शव नहीं लिए। उधर पुलिस ने हत्या के काम में ली गई जीप को जब्त कर संदिग्ध आरोपियों को सोमवार रात को हिरासत में ले लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
10 नामजद आरोपियों के खिलाफ मां ने कराई प्राथमिकी
पुलिस ने बताया कि मृतकों की मां पांची निवासी पीलाडांडा ने दर्ज प्राथमिकी में बताया कि उसके दोनों पुत्र राधामोहन उर्फ मोहन तथा हरिगोविंद उर्फ गोविंद सुबह करीब साढ़े सात बजे सवाईमाधोपुर एडीजे न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण में पेशी पर जा रहे थे। इस दौरान वे पैदल मोराज होते हुए बालेर मुय सडक़ पर बस में बैठने के लिए जा रहे थे। इस दौरान मोरोज आश्रम के पास नामजद आरोपी रामलाल, हनुमान, हरिकिशन, संजेश, मोहन, ओमप्रकाश, बलवीर, रमेश, महेश व मानसिंह बैरवा निवासी पीलाडांडा आदि आरोपियों ने जीप में बैठकर एकराय होकर दोनो बेटों पर जीप चढ़ा दी। इससे उनकी मौत हो गई।
हत्या के लिए ही खरीदी थी जीप
पुलिस ने बताया कि पीड़ित व आरोपियों के बीच हत्या के मामले में पुरानी रंजिश थी। इसके चलते आरोपी पक्ष ने दोनों भाइयों की हत्या की। नामजद आरोपी चालक ने जब से यह जीप खरीदी है। तब से उसका उपयोग नहीं किया था। आरोपियों ने जीप को हत्या के काम में लेने के लिए ही खरीदा था। पुलिस आरोपी चालक से पूछताछ कर रही है।
साढ़े तीन घंटे स्टेट हाइवे किया जाम
मांगे नहीं मानने पर मंगलवार सुबह करीब 10 बजे परिजनों ने सवाईमाधोपुर खण्डार मार्ग पर राबाउमावि के सामने स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया था। इस दौरान मृतकों का पूरा परिवार बच्चे, वृद्ध, महिला, सामान के साथ स्टेट हाइवे पर बैठ गया। इससे हाइवे के दोनों ओर वाहनों की लबी कतार लग गई। सूचना पर तहसीलदार धर्मेन्द्र तसेरा, खण्डार थानाधिकारी गिर्राज प्रसाद वर्मा, बहरावण्डा कलां थानाधिकारी अमरसिंह ने उनसे करीब दो घंटे समझाइश की, लेकिन वे नहीं माने।
बाद में पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण घनश्याम वर्मा व तहसीलदार की ओर से पुन: समझाइश के दौरान मांगों पर सहमति बनी। तब जाकर उन्होंने दोपहर करीब डेढ़ बजे जाम खोला। इसके बाद परिजनों ने मांगों को लेकर तहसील कार्यालय में तहसीलदार को मुयमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। तब जाकर वे शव लेने को राजी हुए।