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पाली लोकपाल चेनसिंह पवार ने बताया कि पंचायत समिति सुमेरपुर की ग्राम पंचायत दुजाना के ग्राम वासी द्वारा की गई शिकायत की जांच के तहत आज दुजाना ग्राम में सूरिया नाडा खुदाई कार्य और पुठानाडा खुदाई कार्य का निरीक्षण किया कार्य पर मेट ममता कुमारी द्वारा 50 श्रमिकों के विरुद्ध 15 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई थी श्रमिक 2:40 बजे कार्य स्थल पर बैठे हुए मिले तथा मस्टरोल में किसी प्रकार की उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई ।
जांच के पश्चात श्रमिक द्वारा कंटीली झाड़ियां काटने का कार्य करना प्रारंभ किया। मेट द्वारा दिनांक 11 अप्रैल को मस्टरोल संख्या 330 से 334 में कुल 27 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई जबकि ऑफलाइन में उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई।19.19बजे अपलोड किए गए फोटो में भी किसी प्रकार के श्रमिक के फोटो अपलोड नहीं थे। कार्य स्थल पर मेट द्वारा श्रमिकों से झाडी कटाई का कार्य कराए जाने का उल्लेख किया गया जबकि कार्य नगण्य रूप से दृष्टिगत हुआ श्रमिकों द्वारा कार्य किए जाने का भी कोई ठोस प्रमाण नहीं पाया गया ।
अन्य कार्य सुरियानाडा खुदाई एवं विकास कार्य में मस्टरोल संख्या 321 से 328 में दिनांक 11 अप्रैल को 67 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की गई थी लेकिन फोटो में एक भी श्रमिक दृष्टिगत नहीं हुआ आज 80 श्रमिकों के विरुद्ध 16 श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज पायी गयी कार्य पर ऐसा कोई ठोस प्रमाण नहीं पाया गया जिससे 16 श्रमिकों के द्वारा 3:00 तक कार्य किया गया हो निरीक्षण के दौरान मेट को मिली सूचना के आधार पर मेट सरोज कुमारी द्वारा श्रमिकों की फोटो एवं उपस्थिति दर्ज करती हुई मिली ।
दिनांक 11/4 को मस्टरोल में ऑफलाइन अनुपस्थिति दर्ज पाई गई थी दोनों मेटो द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का कोई औचित्य नजर नहीं आया क्योंकि प्रत्येक गुरुवार को ग्राम पंचायत में रोजगार दिवस के रूप में मनाया जाता है और नरेगा कार्यों का अवकाश रहता है। नरेगा सहायक रतनलाल मीना से टेलीफोन से संपर्क करने पर अवकाश के दिन में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज किस कारण से की गई के संबंध में चर्चा की गई चर्चा से यह स्पष्ट हुआ कि ऑनलाइन उपस्थिति की जानकारी नरेगा सहायक को थी उसके द्वारा साइट पर जाकर निरीक्षण किए जाने का कथन किया गया।
पंचायत समिति सुमेरपुर ब्लॉक में भ्रष्टाचार का एक अलग रूप दृष्टिगत हुआ जिसके अंतर्गत श्रमिकों द्वारा कार्य निष्पादन नगण्य स्तर पर किया जाता है तथा अपने मजदूरी निर्धारण हेतु अप्रत्यक्ष रूप से मेट, ग्राम पंचायत के कार्मिक एवं पंचायत समिति के तकनीकी कार्मिक से सामंजस्य स्थापित कर पैसे देकर व्यवस्था की जा रही है जब साइट पर कार्य ही नहीं पाया जा रहा है तो उन्हें मजदूरी के रूप में अनुचित रूप से किस आधार पर भुगतान हो रहा है यह जांच का विषय है शिकायतकर्ता के कथन की पुष्टि मौके पर कार्य नगण्य पाए जाने से हुई। पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा प्रपत्र 6 में रोजगार की मांग प्राप्त किए बिना सीधे तौर पर मस्टरोल में श्रमिकों के नाम इंद्राज करने के औचित्य की भी जांच की जानी चाहिए,
इस संबंध में लोकपाल द्वारा अपने पत्र द्वारा पंचायत समितियां को सचेत किया जा चुका था अतः रोजगार सहायक द्वारा किए जा रहे भ्रष्ट आचरण के संबंध में आवश्यक करवाई नियमानुसार किए जाने की आवश्यकता पाई गई । दोनों मेटो द्वारा 5-6 पखवाड़े से मेट के रूप में कार्य किए जाने की बात कही लेकिन प्रशिक्षण प्राप्त नहीं होने का भी उल्लेख किया अतः अप्रशिक्षित को मेट के रूप में नियोजित किए जाने की परिस्थितियों की जांच की जानी चाहिए तथा ग्राम विकास अधिकारी का भी उत्तरदायित्व निर्धारण किया जाना चाहिए क्योंकि उनके द्वारा भी मॉनिटरिंग का अभाव पाया गया जिसके कारण अवकाश के दिन भी श्रमिकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की गई। नरेगा पोर्टल पर सुमेरपुर ब्लाक के दुजाना ग्राम पंचायत में किसी प्रकार का कार्य होना नहीं पाया गया इस प्रकार पंचायत समिति स्तर पर भी दुजाना ग्राम पंचायत के कार्य को नरेगा साइट पर अपलोड करने में लापरवाही बरती गई ,शिकायत की जांच से पूर्व इस प्रकार के कार्य दुजाना ग्राम पंचायत में नहीं होने की शिकायतकर्ता को जानकारी दी गई तत्पश्चात पुष्टि होने पर ही कार्य स्थल का निरीक्षण किया गया ।
मेट द्वारा मेट की निर्देशिका और नरेगा सहायक एवं ग्राम विकास अधिकारी द्वारा नरेगा अधिनियम में वर्णित कर्तव्य के उल्लंघन के दोषी पाए गए जिनके विरुद्ध नियमानुसार करवाई किए जाने के निर्देश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। तकनीकी कार्मिक को भी कार्य स्थल पर वास्तविक रूप से निष्पादित कार्य के आधार पर माप लिया जाकर श्रम दर का निर्धारण करने हेतु निर्देश जारी किए जाएंगे।
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