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सिरोही-उपखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित वेरा जेतपुरा गांव में वर्ष 2023 में ग्रामीणों की मांग पर श्मशान के लिए आवंटित करवाई गई भूमि का पंचायत प्रशासन की ओर से आबादी के पास गोचर भूमि में आवंटन करवा दिए जाने से नाराज ग्रामीण सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढा से मिले तथा भूमि का आवंटन निरस्त करवा पूर्व में वर्षों पुरानी जमीन का ही आवंटित करवाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक लोढ़ा से उनके आवास पर मिले ग्रामीणों ने बताया कि वेरा जेतपुरा में प्रशासन की ओर से श्मशान के लिए भूमि आबादी के पास ही आवंटित करवाई है। जबकि पूर्व में वर्षों से पुराने सार्वजनिक श्मशान में ही दाह संस्कार किया जाता है। श्मशान भूमि के पास ही दक्षिण दिशा में खाली भूमि पड़ी हुई है। अनुसूचित जाति, जनजाति के गरीब लोगों को परेशान करने के उद्देश्य से और अपने उच्च वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए श्मशान के पास ही जमीन का आवंटन करवाने के बजाय आबादी भूमि के पास जमीन का आवंटन करवाया है, जो उचित नहीं है। ग्रामीणों ने पूर्व विधायक से आग्रह किया है कि वर्तमान में श्मशान के लिए जिस भूमि का आवंटन हुआ है उसे निरस्त करवा पूर्व में वर्षों पुरानी जमीन का आवंटन किया जाए।
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में ग्रामीणों की मांग पर तत्कालीन विधायक संयम लोढा की अनुशंसा पर जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी को ग्राम वेरा जेतपुरा में सार्वजनिक श्मशान के लिए भूमि का आवंटन करने के निर्देश दिए थे। जिला कलेक्टर के आदेशों की पालना में उपखंड अधिकारी ने ग्राम पंचायत की सहमति से खसरा नंबर 123 की संपूर्ण गोचर भूमि सार्वजनिक श्मशान के लिए आवंटित करते हुए मौजा सूरजपुरा के खसरा नंबर 212 / 33 किस्म वरसाली में से
उतनी ही भूमि गोचर के लिए आरक्षित की थी।