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सिरोही-सिरोही में धर्मांतरण के लिए एक महिला को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। महिला के ईसाई धर्म स्वीकार नहीं करने पर पति और ससुराल वालों ने मारपीट की और जंजीरों से बांध दिया। इतना ही नहीं, उसके 1 महीने के बेटे को भी अलग कर दिया।
इसकी जानकारी मिलने पर परिजन उसके ससुराल पहुंचे और जंजीर खोलकर पीहर लाए। महिला के पिता ने सोमवार को एसपी को शिकायत देकर दामाद और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामला सिरोही के रेवदर थाना इलाके के धानेरा गांव का है।
ईसाई धर्म स्वीकार करने का बनाने लगे दबाव एसपी अनिल कुमार ने बताया- रेवदर तहसील के दौलपुरा हाल लिलोरा निवासी जगसी राम पुत्र चेलाराम कोली ने शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि वह लिलोरा गांव में खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करता है। उसकी बेटी पंकू की शादी दीपाराम पुत्र गणेशजी कोली निवासी धानेरा (रेवदर) के साथ हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी। शादी के बाद 4 महीने तक दीपाराम और उसके परिजनों ने उसे सही तरह से रखा। इसके बाद आए दिन छोटी-मोटी बातों को लेकर मारपीट करने लगे।
पीड़ित के पिता ने बताया- दामाद दीपाराम सोशल मीडिया पर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने लगा। सारे वीडियो-पोस्ट ईसाई धर्म के डालने लगा और कहता कि उसने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है। तुम भी ईसाई बन जाओ, जो मिशनरी वाले आते हैं तुम भी उनके साथ उनके कार्यक्रम में जाया करो।
धर्म परिवर्तन से मना करने पर मारपीट करने लगे जगसी राम ने बताया- बेटी पंकू ने दामाद को ईसाई धर्म स्वीकार करने से मना कर दिया और कहा कि वह हिंदू धर्म से है, इसलिए ईसाई धर्म के किसी भी कार्यक्रम में नहीं जाएगी। इस पर दीपाराम उसे जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रताड़ित करने लगा। बेटी के पति, जेठ शंकर, उमाराम, जेठानी फूली देवी, मंजू और जमुना देवी ने भी ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है। हर सप्ताह मिशनरी वालों के साथ कार्यक्रम में जाते हैं, उसका प्रचार प्रसार करते हैं।
पीड़ित के पिता ने बताया- पंकू के ससुराल के सभी लोग उस पर ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए दबाव डालने लगे। उसके साथ हर रोज मारपीट कर पशुओं की तरफ व्यवहार करने लगे। लगातार मारपीट और मानसिक प्रताड़ना से उसकी स्थिति पागलों जैसी हो गई है। बेटी को उसके ससुराल वाले समय पर खाना नहीं देते हैं। ससुराल वाले मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
नवजात बेटे को भी मां से किया अलग
जगसी राम ने बताया- 1 महीने पहले दीपावली पर पंकू ने बेटे को जन्म दिया था, जिसे भी ससुराल वाले उससे अलग रखते हैं। कुछ दिन पहले धानेरा के लोगों ने बताया कि पंकू के ससुराल वालों ने उसको जंजीरों से बांध रखा है। वह पूरे दिन जंजीरों से बंधी रहती है। मारपीट से उसकी स्थिति खराब है। वह मर जाएगी, उसे बचा लो।
जगसीराम ने बताया 17 नवंबर को वह और उसके रिश्तेदार बेटी को लेने धानेरा गए तो देखा बेटी के पैर जंजीरों से बंधे हुए थे। उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति सही नहीं थी। उसकी जंजीर खोलकर जान बचाई और उसे घर ले आए। इस समय पालनपुर (गुजरात) में इलाज चल रहा है। शारीरिक रूप से पंकू कमजोर हो गई है और मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। वह खुद से चल-फिर भी नहीं सकती है।