PALI SIROHI ONLINE
सिरोही- सरुपगंज थाना क्षेत्र के उठाना गांव में महाशिवरात्रि पर्व की रात दो गुटों में हुए विवाद में कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह की निर्मम हत्या के बाद शोक की लहर आज भी पुलिस विभाग में छाई हुई है। इस कारण सिरोही पुलिस लाइन और जिले के विभिन्न थानों में किसी भी अधिकारी और कॉन्स्टेबल के परिवार ने इस वर्ष होली नहीं मनाई।
जिले में होली के त्यौहार के दूसरे दिन पुलिस विभाग वाले होली का आयोजन करते हैं। ऐसे में होली की शुरुआत विभिन्न थाना क्षेत्र के अलावा पुलिस लाइन में होती है। पुलिस लाइन में होली खेलने के पश्चात सभी लोग एक साथ सिरोही पुलिस अधीक्षक निवास पहुंचते हैं, जहां पर होली का आयोजन हर्षोल्लाह पूर्ण माहौल में किया जाता है, लेकिन इस वर्ष कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह के निर्मम हत्या के बाद किसी ने भी होली का त्यौहार नहीं मनाया।
पुलिस लाइन और पुलिस कर्मचारियों-अधिकारियों के यहां यह आलम था कि किसी ने रंग तो दूर की बात रही गुलाल अबीर तक को छुआ तक नहीं। कमोबेश यही हालत और परिस्थितियां जिले के सभी थानों और उसके कार्यरत स्टाफ के निवास पर रही। उनके परिवार के किसी भी सदस्य ने इस वर्ष होली नहीं मनाई।
गौरतलब है कि सरुपगंज थाना क्षेत्र के लोटाना गांव स्थितमहाशिवरात्रि पर्व की रात को दो गुट में हुए विवाद को सुलझाने के लिए पहुंचे कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह की एक व्यक्ति ने चाकू मार कर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद हत्यारा वहां से उसके साथियों सहित घटनास्थल से फरार हो गया था, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
यह भी पढे