PALI SIROHI ONLINE
नटवर मेवाड़ा
*बगीचे में खिले फूल की तरह है संसार:- हिरापुरी*
*साण्डेराव-* अम्बिका मंदिर परिसर में ज्योतिषाचार्य संत श्री मनसुख हिरापुरीजी महाराज के चातुर्मास पर प्रतिदिन विशेष पूजा अर्चना,हवन-यज्ञ,सत्संग, प्रवचन सहित कहीं धार्मिक आयोजन चल रहें हैं,इस दौरान आस-पास ग्रामीण क्षेत्रों सहित दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों का हूजूम उमड़ रहा हैं। मंगलवार को धर्म सभा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत मनसुख हिरापुरी महाराज ने कहा कि देवी-देवाता की पूजा,व्यक्ति की पूजा अथवा मुर्ति की पूजा करना जितना सरल है,उतना सद्गुणों की पूजा करना नहीं।
संत ने कहा कि सद्गुणों की पूजा करना इसीलिए कठिन है,क्योंकि वे अमृत है। जों किसी व्यक्ति,भगवान,संत व महापुरूष में रहते हैं। उन्होंने कहा कि गुरू की दया की प्राप्ति के लिए उनके प्रति समर्पण का भीव होना आवश्यक है। गुरू अपने शिष्य के उद्धार के लिए सदैव तत्पर रहते है। उन्होने कहा कि संसार में अनेक धर्म, पंथ व परम्पराए है। इसकी विधिताएं ऐसी लगती है कि मानो धरती के उपवन में कई तरह के फुल खिले हो। फुले के रंग, रूप व आकार में फर्क हो सकता है, लेकिन खिलने व सौदर्य में कोई अंतर नही होता है।
यह संसार भी बगीचे में खिले फुलो की तरह ही है।इस दौरान उपस्थित महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए गुरुदेव के वदावने करतें हुए बालाजी महाराज,अम्बे गौरी, बाबा रामदेव व महादेव के एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया, वहीं सियाराम सेवा समिति के दुदाराम गहलोत,मदन भाई परिहार,जयकिशन कांजाणी, हंसमुख भाई,मदन भाई सुदेंशा ने हनुमान चालीसा की चौपाईयों के साथ संगीतमय सुंदरकांड पाठ की प्रस्तुति दीं, कार्यक्रम में पूजा मेवाड़ा, ललिता मेवाड़ा,महावीर मेवाड़ा, कैलाश राव,प्रेमदास वैष्णव ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया।